PATNA (MR) : बिहार पंचायत चुनाव के आठवें चरण में रोचक रिजल्ट भी आ रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में रिश्ते की दादी बन गयीं दादा। वे अपने पोते को हराकर मुखिया बन गयीं। यह पूरा मामला भोजपुर जिले के आरा सदर प्रखंड के खजुरिया पंचयात का है।
खजुरिया पंचायत से मुखिया प्रत्याशी प्रेम कुमार अपनी दादी हीरा झारो देवी से हार गया। हालांकि दादी चचेरी हैं। हारने वाला पोता प्रेम कुमार खजुरियां गांव निवासी उमेश कुमार का 22 वर्षीय पुत्र है। वह अपने गांव और पंचायत में सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काम करता है। उन्हें उम्मीद थी कि वह अपनी पंचायत में विकास के नाम जीत जाएंगे। लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
दादी हीरा झारो देवी की किस्मत ज्यादा तेज निकली। मुखिया पद के लिए हुए चुनाव में दादी को 1024 वोट आ, जबकि पोते को मात्र 118 वोट मिले। करारी हार के बाद भी प्रेम कुमार गदगद हैं। वे कहते हैं, ‘हार के बाद भी आज मैं बहुत खुश हूं। मैंने पहली बार मुखिया पद के लिए चुनाव लड़ा था। हार गया हूं। फिर भी मैं बहुत खुश हूं। क्योंकि जीतने वाली कोई और नहीं, बल्कि दादी हैं। दादी के पैर छूकर प्रेम ने आशीर्वाद लिया