PATNA (MR) : बिहार में पहली बार पंचायत चुनाव इवीए से होगा। इस पर सरकार की मुहर लग गई। यह इवीएम मल्टीपोस्ट होगा। पंचायती राज विभाग ने इसे लेकर अपनी सहमति दे दी। पंचायती राज विभाग के सचिव एएल मीणा के अनुसार विभागीय सहमति के बाद चुनाव आयोग अब इवीएम की खरीद से जुड़ा प्रस्ताव तैयार करेगा और पंचायती राज विभाग को सौंपेगा। इवीएम को इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड से खरीदा जाएगा।
इवीएम खरीद के लिए कैबिनेट की मंजूरी जरूरी
इसके पहले पंचायती राज विभाग चुनाव आयोग के इवीएम खरीद से संबंधित प्रस्ताव को कैबिनेट की सहमति के लिए भेजेगा. दरअसल, सिंगल सोर्स से हुई खरीद में टेंडर नहीं निकाला जाता है। बिना टेंडर वाली खरीद के लिए कैबिनेट की मंजूरी अनिवार्य है। बताया जाता है कि बिहार में पहली बार इवीएम से हो रहे पंचायत चुनाव पर करीब 450 करोड़ का खर्च आएगा, जिसमें 125 करोड़ की लागत से पंचायत चुनाव के लिए मल्टीपोस्ट इवीएम खरीदे जाएंगे।
9 चरणों में हो सकती है वोटिंग
अब तक की जानकारी के अनुसार, बिहार में इस बार पंचायत चुनाव 9 चरणों में हो सकते हैं। प्रशासनिक स्तर पर इसकी तैयारी जोरों पर है। इसके तहत मुखिया व जिला पार्षद के अलावा वार्ड सदस्य, पंच, सरपंच व पंचायत समित सदस्य का चुनाव होगा। इस तरह, लगभग 2 लाख 58 हजार पदों पर चुनाव होगा। यह चुनाव मार्च से मई के बीच होना तय है. क्योंकि, जून में पंचायत चुनाव का टर्म पूरा हो रहा है।
6 पदों के लिए एक साथ डाले जाएंगे वोट
पंचायत चुनाव के लिए खास तरह की इवीएम की खरीद की जानी है। दरअसल, इस चुनाव में एक साथ 6 पदों के लिए वोटिंग कराई जाएगी। इनमें एक कंट्रोल यूनिट के साथ 8 बैलेट यूनिट का प्रयोग किया जा सकता है। यानी एक साथ 6 वोट दिए जा सकते हैं। इस खास तरह की इवीएम में एक डिटेचेबल मेमोरी कार्ड होती है। उस कार्ड को हटाकर दूसरे कार्ड का भी प्रयोग किया जा सकता है। इस तरह की इवीएम को स्ट्रांग रूम में रखने की जरूरत नहीं होगी। इस इवीएम का प्रयोग पहले चरण की वोटिंग के बाद फिर से अगले चरण की वोटिंग में किया जा सकता