PATNA (MR) : मुखिया संघ की हड़ताल खत्म हुई तो अब पंच-सरपंच का आंदोलन शुरू हुआ है। पंच-सरपंच के प्रदेश अध्यक्ष अमोद निराला ने कहा कि वे लोग शिक्षक दिवस पर 5 सितंबर को सभी 534 प्रखंडों में विशाल धरना देंगे। उन्होंने साफ कहा कि वर्ष 2006 से हमलोगों की घोर उपेक्षा की जा रही है। हमलोगों किसी पार्टी के गुलाम नहीं हैं। जो हमारी मांगों को पूरा करेगा, वही बिहार पर राज करेगा।
धरना कार्यक्रम में पंच, सरपंच, उपसरपंच, न्याय मित्र, सचिव, प्रहरी समेत अन्य शामिल होकर अपनी एकजुटता भी दिखाएंगे। इसे लेकर पंच-सरपंच संघ की आज 30 अगस्त को बैठक भी हुई। इसमें यह भी निर्णय लिया गया कि 11 सूत्री मांगों को लेकर 2 अक्टूबर को चंपारण के भीतहरवा से न्याय यात्रा प्रारंभ की जाएगी और मांगें पूरी नहीं होने पर वे लोग राज्यपाल के समक्ष सामूहिक इस्तीफा देंगे।
प्रदेश अध्यक्ष अमोद निराला ने कहा कि पटना मुख्यालय स्थित पंचायत परिषद में आयोजित कोर कमेटी की अति आवश्यक बैठक में पुष्पेंद्र ठाकुर, वशिष्ठ कुमार निषाद, किरण देव यादव, राजेंद्र सिंह, देवेंद्र चौधरी गांधी जी, मनीष पांडे, सुनील तिवारी, अजय कुमार, पुष्पांजलि कुमारी, विनय यादव, मोहम्मद जफर आलम, गोरेलाल पासवान, इंद्रजीत सिंह, ताराकांत कुमार, राकेश कुमार, महेश राय, विनय सिंह, संतोष कुमार, कुमारी आरती समेत दर्जनों लोग शामिल हुए।
उन्होंने बताया कि सभी प्रखंड मुख्यालयों पर धरना देने के बाद सभी पंचायत प्रतिनिधि वेतन भत्ता, पेंशन सुरक्षा, विकास कार्यों की समीक्षा, जांच सहित 11 सूत्री मांगों का ज्ञापन प्रखंड विकास पदाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित कराएंगे। मांगें अविलंब पूरी नहीं होने की स्थिति में वे लोग न्याय यात्रा पर निकलेंगे। यह यात्रा 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर चंपारण के भीतहरवा से शुरू होगी। न्याय यात्रा सभी 38 जिलों का भ्रमण जनजागरण करते हुए पटना पहुंचेगी। फिर राज्यपाल के समक्ष सामूहिक इस्तीफा दिया जाएगा। वे लोग ग्राम कचहरी नामक संस्था को बंद करने की मांग करेंगे और इसकी सारी जवाबदेही बिहार सरकार की होगी।