LUCKNOW (Ashok Modi)। कभी-कभी चरचराती किस्मत को आदमी की अपनी करतूत ही धुंधला कर देती है। आपके-हमें चाहने से न किसी की किस्मत बनती है और न ही चमकती है। ऐसा ही हुआ यूपी की राजधानी लखनऊ से सटे अंबेडकर नगर में। ज्यादा जोश में आना दारोगा जी को महंगा पड़ गया। थानेदार (एसओ) जुलूस की शक्ल में जा रहे थे। अपने ट्रांसफर से वे इतने अधिक खुश हो गए कि न तो कोरोना संकट में लॉकडाउन का ख्याल रहा और न ही पद की गरिमा की। उल्लंघन किया तो ट्रांसफर तो रुका ही, साथ ही सस्पेंड भी हो गए। मुकदमा भी दर्ज हो गया। दारोगा जी के सा​थ कई अन्य पुलिस वाले भी चपेट में आ गए। कहां बनना था उन्हें थाने का मुखिया, लेकिन लेने के देने पड़ गए।

दरअसल, अंबेडकर नगर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) आलोक प्रियदर्शी के पास सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो पहुंचा। इस वीडियो में एक पुलिस अफसर अपने ट्रांसफर के बाद नयी जगह पर जॉइनिंग के लिए जुलूस के साथ जाते हुए दिख रहे थे। पुलिसकर्मियों की अच्छी खासी भीड़ थी। उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं किया हुआ था। ट्रांसफर हुए दारोगा की पहचान बसखारी थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह के रूप में की गई। उनका ट्रांसफर जैतपुर थाने में किया गया था।

थानाध्यक्ष मनोज सिंह नई जगह पर जॉइनिंग करने के लिए जाते वक्त जुलूस के साथ निकले। इसमें लगभग 200 लोग शामिल थे। सोशल डिस्टेंसिंग को ठेंगा दिखाते हुए जुलूस निकाला गया ​था। इतना ही नहीं, काफी संख्या में ऐसे पुलिसकर्मी व आमलोग थे, जिन्होंने मास्क नहीं लगाए थे। काफिले में कई प्राइवेट व थाने की सरकारी बाइक शामिल थीं। चार पहिया वाहन भी काफी संख्या में थे। इसका किसी ने वीडियो बना लिया। इसके बाद एसपी ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की। एसपी आलोक प्रियदर्शी ने मीडिया को बताया कि इस मामले में संज्ञान लेते हुए उक्त पुलिस अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और उन्हें सस्पेंड भी कर दिया गया है।

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