ऑनरेरी डॉक्टरेट अवार्ड से सम्मानित हुए VCSM के निदेशक राम राजीव, गौरवान्वित हुआ बिहार

PATNA (MR) : कंप्यूटर शिक्षा का पिछले 25 वर्षों से बिहार समेत देश-दुनिया में अलख जगा रहे वीसीएसएम के निदेशक राम राजीव कुमार को आज आगरा आज ऑनरेरी डॉक्टरेट अवार्ड प्रदान किया गया। हवेली खड़गपुर के मूल निवासी राम राजीव कुमार को आगरा के होटल रेडिसन में आयोजित कार्यक्रम में सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। कंप्यूटर शिक्षा में उन्हें उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए यूएसए के डेलावेयर स्थित जर्जिया डिजिटल यूनिवर्सिटी की ओर से यह अवार्ड प्रदान किया गया है। कार्यक्रम में देश भर के कई अन्य हस्तियों को भी अवार्ड से सम्मानित किया गया, जिनमें बिहार से केवल राम राजीव कुमार शामिल रहे।

ऑनरेरी डॉक्टरेट अवार्ड ग्रहण करने के बाद वीसीएसएम के निदेशक राम राजीव कुमार ने कहा कि यह अवार्ड उन्हें अपने कार्य क्षेत्र में और आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। यह संस्थान के साथ बिहार के लिए भी गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि अब केवल कंप्यूटर शिक्षा से काम नहीं चलेगा, बल्कि इस क्षेत्र में नित नए-नए डेवलपमेंट हो रहे हैं, उससे भी युवाओं को अवगत होना होगा। खासकर अभी एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस देश-दुनिया के लिए बड़ा चैलेंज है। इस पर मंथन करने के साथ ही युवाओं को इससे भी आगे बढ़ने की जरूरत है। कुछ नया करेंगे, तभी आगे बढ़ेंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि आत्मनिर्भर बनने के क्षेत्र में कंप्यूटर शिक्षा किसी वरदान से कम नहीं है और यह नौकरी के लिए भी बहुत जरूरी है। सरकारी नौकरी हो या प्राइवेट, आपको हर हाल में कंप्यूटर फ्रेंडली होना होगा। इस क्षेत्र में हो रहे प्रयोगों को अपनाना होगा। तभी इस क्षेत्र की सार्थकता समझ में आएगी। मालूम हो कि इसके पहले भी राम राजीव को कई अवार्डों से नवाजा गया है। इनमें से इंटरनेशनल अवार्ड 2022, राष्ट्रीय शिक्षा रत्न सम्मान, भारतीय दलित साहित्य अकादमी पुरस्कार, लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड आदि प्रमुख हैं।

बता दें कि राम राजीव कुमार खड़गपुर नगर परिषद क्षेत्र के मूल निवासी हैं। ये विश्व कंप्यूटर साक्षरता मिशन के जरिए पिछले दो दशक से भी अधिक समय से इस क्षेत्र में अलख जगा रहे हैं। इसकी स्थापना राम संजीव कुमार ने की थी, जो अब इस दुनिया में नहीं रहे। इधर, राम राजीव कुमार की इस उपलब्धि पर स्थानीय बुद्धिजीवियों, शिक्षाविदों क्षेत्र वासियों ने प्रसन्नता व्यक्त की है। प्रसन्नता व्यक्त करने वालों में सेवानिवृत प्रोफेसर डॉ महेशचंद्र चौरसिया, ख्यातिलब्ध कवि ज्योतिषचंद्र, साहित्यकार व कवि प्रदीप पाल, प्रतीक आईटीआई के निदेशक अनिल सिंह आदि ने बधाई दी है।