PATNA (MR) : उत्तर बिहार में शुक्रवार 22 अप्रैल की रात आंधी-पानी और ओलावृष्टि से आम-लीची को भारी नुकसान हुआ है। गेहूं की फसल को भी काफी क्षति हुई है। पूर्वी व पश्चिम चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी आदि जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। खेत और खलिहान में गेहूं के भीग जाने से दौनी प्रभावित हुई है। इन जिलों में दो दिन पहले भी मौसम की मार पड़ी थी।
सीतामढ़ी के रीगा में लीची को नुकसान पहुंचा है। 5 से 7% फलों को क्षति हुई है। वहीं, गेहूं की कटनी और दौनी प्रभावित हुई है। जिले में दो दिन पहले भी आंधी और ओलावृृष्टि हुई थी। उससे भी हल्की क्षति हुई थी। अभी लगातार ऐसा मौसम होने से असर पड़ सकता है। मधुबनी में भी आंधी से 20 से 25% आम के टिकोले झड़ गए हैं। पश्चिम चंपारण में 10 से 15% आम व लीची की फसल को नुकसान पहुंचा है।
दरभंगा में खेत में लगी गेहूं की फसल गिर गई। खलिहानों में रखे गए गेहूं के डंठल उड़ गए। सबसे अधिक क्षति आम को पहुंची है। यहां 10 से 15% टिकोले गिरे हैं। मोतिहारी में चकिया व मेहसी लीची उत्पादक क्षेत्र हैं और वहां शुक्रवार को आंधी-पानी व ओलावृष्टि नहीं होने से किसानों को थोड़ी राहत है। दो दिन पहले ओलावृष्टि से लीची को करीब 25% नुकसान हुआ है। गेहूं को करीब 10% की क्षति हुई है।