पटना। बिहार में जमीन की सारी सूचनाओं को ऑनलाइन कर दिया गया है। इस पूरी प्रक्रिया में काफी गड़बड़ी हुई है। किसी का नाम छूट गया है तो किसी के नाम में गड़बड़ी हो गई है। किसी के खाता-खसरा संख्या और रकवा में त्रुटि हो गई है। विभाग भी मानता है कि ऐसी गड़बड़ी लाखों में हैं। जमीन की जमाबंदियों में सुधार के लिए रैयतों को अंचल कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ता है। लेकिन अब जमीन की जमाबंदी में सुधार के लिए उन्हें अंचल कार्यालयों में इस टेबुल से उस टेबुल भटकना नहीं पड़ेगा। रैयत घर बैठे इसमें सुधार कर सकते हैं। इसके लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने पोर्टल लांच किया है। नाम दिया है परिमार्जन पोर्टल।
परिमार्जन पोर्टल (Parimarjan portal) के माध्यम से कोई भी रैयत जमीन की गड़बड़ियों को ऑनलाइन सुधार कर सकता है।
परिमार्जन पोर्टल को विभागीय मंत्री राम नारायण मंडल ने 13 मई को लांच किया। इस परिर्माजन पोर्टल के माध्यम से कोई भी रैयत जमीन की गड़बड़ियों को ऑनलाइन सुधार कर सकता है। इसके लिए पोर्टल में दिए गए निर्देशों का पालन करना होगा। इसके अलावा रैयत राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की वेबसाइट पर जाकर भी घर बैठे सुधार कर सकता है। अब उन्हें अंचल कार्यालयों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। पूरे बिहार में साढ़े तीन करोड़ से अधिक रैयत हैं, जिनकी जमीन को ऑनलाइन किया गया है। परिमार्जन पोर्टल के माध्यम से लोग घर बैठे जमाबंदी में हुई त्रुटियों को सुधरवा सकेंगे। इससे राज्यभर की जमीन रिकार्ड ठीक हो जाएगा। बता दें कि पूरे बिहार में 834 अंचल कार्यालय हैं।
जमीन की जमाबंदी में हुई गलतियों को सुधार के लिए इस वीडियो को देखें।