तारापुर। बिहार के मुंगेर जिला स्थित तारापुर अनुमंडल में डीलर व मुखिया संघ आमने-सामने आ गए हैं। मामला असरगंज से शुरू हुआ है। असरगंज मुखिया संघ के अध्यक्ष दिलीप रंजन के धरना के बाद डीलर संघ एकजुट हो गया है और मुखिया पर कई तरह के आरोप लगाए हैं। वहीं, असरगंज के मुखिया दिलीप रंजन ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है। दोनों संघों की ओर से संबंधित अफसरों से गुहार लगाई गई है। अब कार्रवाई की गेंद अफसरों के पाले में हैं।

दरअसल, असरगंज मुखिया संघ के अध्यक्ष दिलीप रंजन ने जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर तारापुर के जदयू विधायक मेवालाल चौधरी के निजी आवास पर एक दिन का धरना भी दिया था। इस बाबत संघ की ओर से विधायक को ज्ञापन भी दिया गया था। पांच सूत्री मांगों में तारापुर अनुमंडल आपूर्ति कार्यालय में भी भ्रष्टाचार व अनियमितता होने का आरोप लगाया था।


इधर, तारापुर डीलर संघ ने भी मुंगेर के डीएम समेत तारापुर के अधिकारियों को ज्ञापन देकर मुखिया संघ के अध्यक्ष पर आरोप लगाया है। ज्ञापन देकर कहा है कि डीलरों को केवल बदनाम करने के लिए मुखिया की ओर से आरोप लगाया जा रहा है। डीलरों ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के निर्देश पर संबंधित अधिकारियों की देखरेख में अनाज का वितरण किया जाता है। इस पर निगरानी व पारदर्शिता के लिए मशीन से अनाज का वितरण किया जाता है।
वहीं, इस आरोप को बेबुनियाद बताया है और कहा कि उनकी ओर से धरना दिए जाने के कारण डीलर संघ बौखलाया हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि मेरी लड़ाई सिर्फ असरगंज प्रखंड के जनवितरण प्रणाली की व्यवस्था से है तो पूरा तारापुर अनुमंडल इसमें कहां से आ गया। उन्होंने कहा कि डीलरों की अराजकता अनियमितता एवं भ्रष्टाचार की खुली किताब प्रमाणिक रूप से साबित हो चुकी है। हमलोग जन वितरण प्रणाली में अनियमितता की बात एवं भ्रष्टाचार की बात हमेशा उठाते रहे हैं।
इस बिंदु को लेकर विगत वर्ष आमरण अनशन भी किया गया था। इतना ही नहीं, किसान विकास संघर्ष समिति के बैनर तले भी जन वितरण प्रणाली में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच की मांग की गई थी तथा सांसद चिराग पासवान को 4 फरवरी को ज्ञापन सौंपा गया था। उन्होंने यह भी कहा कि विगत 15 वर्षों में किसी भी पद पर मेरे ऊपर कोई आरोप नहीं लगा है। विधायक की ओर से खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री से वार्ता के पश्चात जांच टीम गठित को लेकर ही डीलर संघ में बौखलाहट है।