PATNA (RAJESH THAKUR) : बिहार में चुनावी साल शुरू हो गया है। इसे लेकर राष्ट्रीय जनता दल ने भी कमर कस ली है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि बिहार में चुनाव का बिगुल बज चुका है। राजद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद तेजस्वी यादव को वे सारे अधिकार मिल गए हैं, जो लालू यादव लेते हैं। यानी अब पार्टी के हित में उसके नाम से लेकर सिंबल तक पर राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव के साथ ही तेजस्वी यादव भी लेंगे। सियासी पंडितों के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद अभी भी लालू यादव के पास है, लेकिन पार्टी में ‘तेजस्वी युग’ की शुरुआत हो गयी। जल्द ही पार्टी के संविधान में भी संशोधन कर इस निर्णय पर मुहर लगा दी जाएगी। इस बाबत नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि उनके पास बिहार को आगे ले जाने का ब्लू प्रिंट है। उन्हें पता है कि बिहार को कैसे आगे ले जाना है। दूसरी ओर, राजद ने जदयू को भी बड़ा झटका दिया है। जदयू के वरीय नेता मंगनीलाल मंडल ने घर वापसी करते हुए राजद में शामिल हो गए। उन्होंने लालू-तेजस्वी की जहां जमकर प्रशंसा की है, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खूब खरी-खोटी सुनाई है।

दरअसल, पटना के होटल मोर्या में 18 जनवरी को राजद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई। इसमें कई बड़े निर्णय लिये गये। 2 घंटे से अधिक देर तक चली इस बैठक में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, तेजप्रताप, मीसा भारती, रोहिणी आचार्य, अब्दुल बारी सिद्दीकी, मनोज झा, रामचंद्र पूर्वे सहित पार्टी के प्रमुख पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हुए। हालांकि, इसमें प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और उनके बेटे सुधाकर सिंह बैठक में शामिल नहीं हुए हैं। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव, संगठन को कैसे मजबूत किया जाए और विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर चर्चा हुई। पहले प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। बैठक के बाद राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने बताया कि सांगठनिक चुनाव की डेट तय हो चुकी है। पंचायत, प्रखंड, बूथ, जिला, राज्य सभी पदों के लिए चुनाव होंगे। रामचंद्र पूर्वे को मुख्य निर्वाची पदाधिकारी बनाया गया है, जबकि प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन सहायक निर्वाची अधिकारी होंगे।

बैठक में लालू यादव ने कहा कि चुनाव का बिगुल बज चुका है, तैयारी शुरू कर दें। दूसरी ओर, बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से कहा कि बिहार को वे आगे बढ़ाएंगे। बिहार को कैसे आगे ले जाना है, उन्हें पता है। बैठक में देश की वर्तमान स्थिति और इस साल बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव पर चर्चा की गयी। इस दौरान पार्टी का सदस्यता अभियान तेजी से आगे बढ़ाने, पार्टी संगठन के विस्तार और आगामी कार्यक्रमों पर भी विचार किया गया। खास तौर पर 5 जुलाई को बापू सभागार में खुले अधिवेशन के आयोजन का फैसला किया गया। यह अधिवेशन पार्टी के स्थापना दिवस के तौर पर होगा। उन्होंने यह भी बताया कि बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि इस साल होने वाले विधान सभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल महागठबंधन की सरकार बनाएगा। पार्टी नेतृत्व ने यह भरोसा जताया कि नए विचार और नए लोग बिहार को एक नयी दिशा देंगे। हर वर्ग और जाति के लोगों को साथ लेकर राज्य की तरक्की के लिए काम किया जाएगा। पार्टी ने ऐसा ठोस ब्लूप्रिंट तैयार किया है, जिसका उद्देश्य बिहार को अग्रणी राज्यों में शामिल करना है।

बहरहाल, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं ने पार्टी के संस्थापक लालू यादव के संघर्ष को याद किया और राज्य की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में राजद को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का संकल्प लिया। इसके साथ ही अभी तक पार्टी की तरफ से तमाम मंचों पर सबसे प्रमुख चेहरे के रूप में नजर आने वाले तेजस्वी यादव अब राजद सुप्रीमो लालू यादव के समान अधिकार के मालिक होंगे। वे उनकी तरह पार्टी में कोई भी बड़ा फैसला ले सकते हैं। यह फैसला पार्टी के नाम बदलने से लेकर सिंबल बांटने तक पर लागू होगा और पार्टी में हर किसी के लिए मान्य होगा। बैठक की तस्वीर राष्ट्रीय जनता दल के फेसबुक अकाउंट पर शेयर करते हुए पार्टी की ओर से लिखा गया है कि ओजस्वी तपस्वी! यशस्वी तेजस्वी!!