कर्नाटक विधानसभा चुनाव रिजल्ट ने पासा ही पलट दिया। कांग्रेस के लिए आज बड़ा दिन हो गया। उसने बीजेपी को धूल चटा दी। तख्ता पलटकर रख दिया। बीजेपी का बड़ा सियासी दांव का कोई असर नहीं हुआ। यह दांव कोई और ने नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी सभाओं में चला था और यह दांव था ‘जय बजरंगबली’। लेकिन, सबसे बड़ी बात कि आज शनिचर है, बजरंगबली का दिन, लेकिन वे तो कांग्रेस के साथ चले गए। तो ऐसे में सवाल लाजिमी है कि क्या बीजेपी पर ‘शनिचरा’ भारी पड़ गया ? सियासी गलियारे से लेकर सोशल मीडिया तक पर कुछ ऐसा ही चल रहा है। लोग चुटकी ले रहे हैं। लोग कह भी रहे हैं कि बजरंगबली तो कांग्रेस के हो गए, लेकिन बीजेपी को ‘शनिचरा’ ने ले डूबा और यह जीत नीतीश कुमार और उनकी विपक्षी एकता के लिए कहीं रामबाण न साबित हो जाए।
कर्नाटक में आज सुबह से नेताओं की धुकधुकी बढ़ी हुई थी। इसे लेकर बिहार में भी जबर्दस्त हलचल मची हुई थी। बीजेपी के अपने दावे थे तो कांग्रेस के अपने दावे। कर्नाटक के ‘सियासी नाटक’ पर बिहार महागठबंधन की नजर थी। नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव से लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह भी नजर गड़ाए हुए थे। तेजस्वी यादव ने तो कल ही कह दिया था कि ‘भगवान बजरंगबली जो हैं, वह नाराज हैं बीजेपी से’। तेजस्वी यादव ने अपने महज 5 सेकंड के वीडियो में बजरंगबली को लेकर सीधे नरेंद्र मोदी पर हमला किया।
दरअसल, कर्नाटक के चुनावी सभा में नरेंद्र मोदी ने इस बार जय श्रीराम’ के बजाय ‘जय बजरंगबली’ का दांव चला। उन्होंने कहा था, ‘कर्नाटक गालियां देने वालों को ऐसे ही नहीं छोड़ेगा।’ मोदी ने सवाल भी दागा कि क्या आप उन्हें सजा देंगे ? इतना ही नहीं, उन्होंने जोर देकर कहा, ‘आपलोग जय बजरंग बली का नारा लगाएं और पोलिंग बूथों पर भाजपा के लिए बटन दबाएं। हमारे पास राज्य के विकास के लिए एक दृष्टिकोण है, कांग्रेस ने लोगों का विश्वास खो दिया है।’ लेकिन, आज कर्नाटक का जिस प्रकार रिजल्ट आया है, वह बीजेपी ही नहीं नरेंद्र मोदी और अमित शाह के लिए बड़ा झटका है। बिहार में तो इसे लेकर बीजेपी की बोलती बंद हो गयी है। इस पर उसकी कोई कमेंट नहीं आ रहा है।
हां, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव समेत महागठबंधन के लोगों ने स्वागत किया है, साथ ही उन्होंने कांग्रेस को बधाई दी है। वैसे बधाई तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कांग्रेस को दी है। किंतु दोनों नेताओं की बधाई के स्वाद तो बिलकुल अलग है। वहीं, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने ट्वीट कर बीजेपी पर बड़ा हमला किया। उन्होंने लिखा, ‘कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सभी हथकंडा आजमाया, धार्मिक उन्माद चरम सीमा पर पहुंचाकर चुनाव प्रचार किया और आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने तो पद की गरिमा के विरुद्ध प्रचार किया, लेकिन वहां की भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार के सामने सब फेल हुआ और कर्नाटक भाजपा मुक्त हुआ।’ उन्होंने यह भी लिखा, ‘इसके पूर्व हिमाचल प्रदेश भाजपा मुक्त हुआ, दिल्ली नगर निगम भाजपा मुक्त हुआ और इसी साल मध्यप्रदेश भी भाजपा मुक्त होगा और 2024 लोकसभा चुनाव में देश भाजपामुक्त होगा… इंतजार कीजिए…’
वहीं, जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने बड़ी चुटकी ली है। उन्होंने आरसीपी सिंह पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि आरसीपी सिंह का बीजेपी में जाना पार्टी के लिए ठीक नहीं रहा। बता दें कि 11 मई को ही आरसीपी सिंह बीजेपी में शामिल हुए और आज कनार्टक में बीजेपी सत्ता से बाहर हो गयी। दूसरी ओर, कर्नाटक जीत पर असली खुशी बिहार के कांग्रेस नेताओं को है। कहिए तो खुशियों का ठिकाना नहीं है। पटना समेत अन्य जिलों में खूब ढोल-नगाड़े के साथ खुशियां मना रहे हैं। खास बात कि हाथ में गदा लेकर ‘जय बजरंगबली’ के नारे भी खूब लगा रहे हैं। साथ ही इस जीत को बजरंगबली का आशीर्वाद मान रहे हैं। बहरहाल, लोग तो यही कह रहे हैं कि जहां बजरंगबली कांग्रेस के साथ हो गए, वहीं बीजेपी पर शनिचरा भारी पड़ गया।