PATNA (MR) : बिहार में नीतीश कैबिनेट की शनिवार को बैठक हुई। इसमें नगर निकाय से जुड़े एकमात्र प्रस्ताव पर मुहर लगी। नगर पंचायत से लेकर नगर परिषद और नगर निगम तक के गठन की स्वीकृति मिल गयी। इसके साथ ही कई पंचायतें शहरी क्षेत्र में शामिल हो गयीं। मतलब सैकड़ों पंचायतों का भूगोल बदल जाएगा। एक अनुमान के अनुसार ऐसे मिनिमम 300 पंचायतें हैं। ऐसे में उन पंचायतों के मुखिया इस बार अपने ही पंचायत में बेगाने हो जाएंगे। नए परिसीमन में चुनाव लडऩे से वंचित हो जाएंगे।
दरअसल, नीतीश सरकार ने 103 नये नगर पंचायतों के गठन पर मुहर लगा दी है। इस पहल के कारण 200 से अधिक पंचायत नगर पंचायत क्षेत्र में तब्दील हो जाएंगे। इसी तरह, 8 नए नगर परिषद भी बनेंगे। इसके लिए 32 नगर पंचायतों को अपग्रेड किया जाएगा। इतना ही नहीं लगभग 60 पंचायतें नए नगर परिषद क्षेत्र में शामिल हो जाएंगे। विभाग की मानें तो पांच नए नगर निगम बनने की वजह से तीन दर्जन से अधिक पंचायतें समाप्त हो जाएंगे। इसका असर मुखिया के अलावा सरपंच, पंचायत समिति सदस्य , वार्ड सदस्य, वार्ड सदस्यों पर भी पड़ेगा।