PATNA (MR) : नीतीश सरकार की नई कैबिनेट ने नए 103 नगर पंचायतों समेत 8 नए नगर परिषद और 5 नए नगर निगम पर अपनी मुहर लगा दी है। 32 नगर पंचायतों का नगर परिषद में अपग्रेडेशन भी हुआ है। इससे सैकड़ों नगर निकायों का भूगोल बदल गया। हजारों जनप्रतिनिधि प्रभावित होंगे। सीधे पर 300 से अधिक मुखिया चुनाव लड़ने से वंचित हो जा रहे हैं। उन्हें नई जगह तलाशनी होगी या नगर निकाय में अपनी किस्मत आजमानी होगी। ऐसे इसका विरोध शुरू हो गया है। राजधानी पटना में यह देखने को मिलने लगा है। जबकि कैबिनेट से पास हुए अभी दो दिन भी नहीं हुए हैं।
ताजा मामला बिहटा और मोकामा क्षेत्र का है। माेकामा क्षेत्र की एक पंचायत को बेगूसराय में शामिल किया जा रहा है। इसका स्थानीय लोग जबरदस्त विरोध गकर रहे हैं। इसी तरह, बिहटा, राघोपुर, अमहरा व श्रीरामपुर पंचायत को मिलाकर बिहटा नगर परिषद बनाने की घोषणा हुई है। इसका अमहरा पंचायत के पूर्व मुखिया डॉ. आंनद कुमार के नेतृत्व में लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है। राघोपुर सीताराम आश्रम में बैठक हुई।
लोगों ने सरकार से तत्काल चारों पंचायत को नगर परिषद से अलग रखने की मांग की है। कहा है, नगर परिषद की घोषणा से पहले किसी पंचायत के जनप्रतिनिधियों से कोई मंतव्य नहीं लिया गया। पंचायत समिति की बैठक में भी कोई चर्चा नहीं हुई। सरकार की इस दमनकारी घोषणा को हमलोग नहीं मानेंगे। इसका हमलोग विरोध करते हैं और अनवरत आंदोलन चलाएंगे। प्रदर्शन भी करेंगे। इतना ही नहीं, कहा गया है कि सरकार फैसले को जल्द वापस नहीं लेती है तो अनशन व आत्महत्या जैसे कदम उठाने पर मजबूर होंगे।