PATNA (MR) : बिहार में पंचायत चुनाव कराने की तैयारी निर्वाचन आयोग ने कर ली है। अगस्त के अंतिम सप्ताह से नवंबर पहले सप्ताह तक में सभी पंचायतों में चुनाव करा लिये जाएंगे। सूत्रों की मानें तो यदि सबकुछ ठीक रहा तो अगस्त में पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Chunav 2021) का बिगुल बज जाएगा। ऐसे में पंचायत चुनाव को लेकर सूबे में लगभग दो माह तक आचार संहिता लागू रहेगा। वोटिंग इवीएम से करायी जाएगी। लेकिन पंच व सरपंच की वोटिंग बैलेट पेपर से करायी जाएगी।

सूत्रों के अनुसार, इस बार 10 चरणों में चुनाव कराए जाएंगे। हर चरण में हर जिले के 2 प्रखंडों में वोटिंग करायी जाएगी। इससे पहले चरण में 38 जिलों के 76 प्रखंडों में वोटिंग होगी। बाढ़ग्रस्त जिलों में भी पहले चरण में वोटिंग करायी जाएगी। जबकि पहले कहा जा रहा था कि बाढ़ग्रस्त जिलों में अंतिम चरण में चुनाव कराए जाएंगे। हालांकि, चुनाव आयोग इसका ख्याल रखेगा कि किन प्रखंडों में बाढ़ नहीं है, वहां पहले वोटिंग हो। प्रखंडों के चयन की जिम्मेवारी डीएम को दी गई है। डीएम ही तय करेंगे कि पहले किन प्रखंडों को प्रायोरिटी में रखा जाए।

निर्वाचन आयोग की तैयारियों के अनुसार, हर चरण की वोटिंग के 48 घंटे बाद काउंटिंग शुरू हो जाएगी। इसके पीछे इवीएम का मामला है। दरअसल, पहले चरण में इस्तेमाल किए गए इवीएम के खाली होने के बाद उन्हें तीसरे चरण की वोटिंग में उपयोग किया जाएगा। इसी तरह, दूसरे चरण के इवीएम चौथे चरण में इस्तेमाल किए जाएंगे। जबकि इवीएम की कमी के कारण पंच व सरपंच की वोटिंग बैलेट पेपर से करायी जाएगी।

बताया जाता है कि राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से साढ़े तीन लाख इवीएम की मांग की गई थी, जबकि अब तक केवल ढाई लाख इवीएम ही मिल पाया। निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों को इवीएम उपलब्ध कराने वाले राज्यों की लिस्ट दे दी गई है। इस लिस्ट के आधार पर अपने आवंटित राज्य से जिला प्रशासन ने अपने स्तर से इवीएम मंगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

Previous articleमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर कहा, फसल अवशेष को न जलाएं किसान; जल-जीवन-हरियाली पर हुई समीक्षा में दिए कई निर्देश
Next articleBihar Panchayat Chunav 2021 : बिहार में पंच-सरपंच के चुनाव में नहीं होगा इवीएम का इस्तेमाल, जानिए क्या है कारण

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here