CPI-ML का आज पटना में महाजुटान, दीपंकर भट्टाचार्य सहित पहुंचे सभी बड़े नेता, झंडों-बैनरों से पटा शहर

PATNA (MR) : भाकपा-माले (CPI-ML) के आह्वान पर आज 2 मार्च को पटना के गांधी मैदान में होगा पार्टी के नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं तक का महाजुटान। चुनावी साल में इसे ऐतिहासिक रूप देने में पार्टी के लोग पिछले दो माह से लगातार जुटे हुए थे। नेताओं का कहना है कि यह महाजुटान विभिन्न आंदोलनकारी और सामाजिक न्याय की ताकतों का मंच होगा, जिसमें भाजपा-जदयू के 20 वर्षों के शासन से परेशान जनता का हर तबका जुटेगा और बदलाव का बिगुल फूंकेगा।

भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने बताया कि महाजुटान को ‘बदलो बिहार’ के संकल्प के साथ आयोजित किया गया है, जिसमें विभिन्न जनसंगठनों और आंदोलनकारी ताकतों की हिस्सेदारी होगी। भूमि सर्वेक्षण के नाम पर बेदखली का सामना कर रहे भूमिहीन, बढ़े हुए बिजली बिलों और प्रीपेड मीटरों से परेशान आम नागरिक, धार्मिक हिंसा और जातीय उत्पीड़न के शिकार दलित और अल्पसंख्यक, बुनियादी अधिकारों और उचित मजदूरी के लिए संघर्ष कर रहे महिला कर्मी, छात्र-युवा, और माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के जाल में फंसी महिलाएं आदि समूह प्रमुख हिस्सेदार होंगे। यह एक तरह से बिहार की ‘जनता की विधानसभा’ होगी, जहां हर समुदाय और तबके के लोग अपनी बात रखेंगे और बिहार के आगामी चुनाव का एजेंडा तय करेंगे।

महाजुटान में भाकपा-माले के महासचिव कॉ दीपंकर भट्टाचार्य, पार्टी के वरिष्ठ नेता कॉ स्वदेश भट्टाचार्य और झारखंड सहित अन्य पड़ोसी राज्यों के पार्टी नेता पटना पहुंच चुके हैं। गांधी मैदान में आज दोपहर 12 बजे से इस महाजुटान का कार्यक्रम शुरू होगा और विभिन्न आंदोलनों के प्रतिनिधि अपनी मांगों के साथ मंच पर उपस्थित होंगे। महाजुटान में भाग लेने वाले प्रमुख संगठनों में बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ, बिहार प्रदेश जीविका कैडर संघ, बिहार राज्य अनुबंध मानदेय सेवाकर्मी संघ, बिहार विद्यालय रसोइया संघ, बिहार राज्य आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन, विकास मित्र, टोला सेवक, बीपीएससी अभ्यर्थी संघ, अंबेडकर जस्टिस फोरम, बुनकर संघर्ष समिति, इदरीशिय फेडरेशन, तहरीके निस्वां, मुसहर विकास समिति, सामाजिक न्याय आंदोलन, कैमूर मुक्ति मोर्चा, बिहार निषाद संघ, वंचित बहुजन मोर्चा, ताड़ी मजदूर संघ, वित्त रहित शिक्षक कर्मचारी संघ, इंडियन नेशनल लीगी, पसमांदा मुस्लिम महाज, बिहार लोहार संघर्ष मोर्चा, जस्टिस डेमोक्रेटिक फोरम, सफाई कर्मचारी यूनियन सहित कई अन्य संगठन शामिल हैं। इन सभी संगठनों के प्रतिनिधि अपनी-अपनी मांगों के साथ मंच पर मौजूद रहेंगे और बदलाव की एक मजबूत आवाज उठाएंगे। भाकपा-माले से जुड़े सभी जनसंगठनों के प्रतिनिधि भी मंच पर होंगे।

माले की ओर से गांधी मैदान समेत पूरे पटना शहर को महाजुटान के समर्थन में सजाया गया है। तख्तियां, फ्लैक्स और होर्डिंग्स के माध्यम से विभिन्न आंदोलनकारी समूहों की मांगों को प्रदर्शित किया गया है। मीडिया प्रभारी कुमार परवेज ने बताया कि सोशल मीडिया पर भी इस कार्यक्रम के लिए कई टीमों को लगाया गया गठन है, ताकि अधिक से अधिक लोगों तक यह संदेश पहुँच सके। यह महाजुटान बिहार में बदलाव की एक नई शुरुआत को जन्म देगा, और भाजपा-जदयू के शासन के खिलाफ लोगों की आवाज को मजबूती से उठाएगा।