PATNA (MR)। बिहार में तेजी से कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। 23 मई की आधी रात तक लगभग 2400 के आकंड़ा छूने को है। शनिवार को आयी तीसरी रिपोर्ट के बाद बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2394 हो गई है, जबकि बिहार में अब तक 12 लोगों की मौत हुई है। पहली मौत मुंगेर के युवक की हुई थी, वहीं शनिवार को छपरा के युवक की हुई है। खास बात, दोनों युवकों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट उनकी मौत के बाद आयी थी।
लेकिन आंकड़े बताते हैं कि ग्राम पंचायतों की पहल ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। इससे शहर वालों को भी सीखने की जरूरत है। शहर की तुलना मेंं गांव काफी हद तक सुरक्षित है। प्रदेश में अभी भी लगभग 96 परसेंट पंचायतें कोरोना से सुरक्षित हैं। इसमें उनका लॉकडाउन का कड़ाई से पालन करना मुख्य कारण है।
पंचायती राज विभाग की इसी सप्ताह आई रिपोर्ट में कहा गया है कि बिहार की कुल 8386 पंचायतों में से लगभग 300 पंचायतें में ही कोरोना का संक्रमण पहुंचा है। बाकी सुरक्षित हैं। और यह सब ग्रामीणों की जागरूकता से हुआ है। इसकी तुलना में शहर के लोग कुछ ज्यादा ही लापरवाह हैं।
हालांकि, 14 मई तक 260 पंचायतों में ही कोरोना की पहुंच हुई थी। इसमें थोड़ा सा इजाफा हुआ है, लेकिन अभी भी मरीजों की रफ्तार देखते हुए लगता है कि शहर की तुलना या नगर पंचायतों की तुलना में ग्राम पंचायतें काफी सुरक्षित हैं। लेकिन महत्वपूर्ण यह भी है कि महिलाओं की तुलना में पुरुष ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि कुल 2394 मरीजों में से 85 परसेंट पुरुष हैं।