PATNA (RAJESH THAKUR) । बिहार में CM फेस को लेकर एक बार फिर सियासत तेज हो गयी है। कांग्रेस के वरीय नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ राजद की हुई बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव CM फेस के सवाल को टाल गए, जबकि खड़गे ने कहा कि बिहार में बदलाव निश्चित है। इन सबको तगड़े से बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सुनाया है। उन्होंने दो टूक सुनाते हुए कहा कि महागठबंधन की बैठक का बिहार की सियासत पर कोई असर नहीं पड़ेगा। नीतीश कुमार ही बिहार के मुख्यमंत्री हैं और आगे भी वही रहेंगे। केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि बिहार में महागठबंधन की दाल नहीं गलने वाली है। महागठबंधन वाले ‘विधवा विलाप’ कर रहे हैं।

दरअसल, पिछले दिनों राजद की बैठक में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने खुद ही खुद को CM उम्मीदवार के रूप में अपना नाम घोषित कर दिए थे। इसके बाद से महागठबंधन में सियासी बबाल मचा हुआ था। कांग्रेस की ओर से लगातार बयान आ रहा था कि वह तो लड़ेगी महागठबंधन के तहत ही, लेकिन मुख्यमंत्री उम्मीदवार के नाम पर बाद में फैसला होगा। इसे लेकर आज दिल्ली में कांग्रेस और राजद के बीच अहम बैठक हुई। बैठक में कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी, खड़गे सहित बिहार अध्यक्ष राजेश कुमार (राम) व प्रभारी कृष्णा अल्लावरु आदि शामिल हुए, जबकि राष्ट्रीय जनता दल की ओर से तेजस्वी के अलावा राज्यसभा सांसद मनोज झा और संजय यादव शामिल हुए।
45 मिनट तक चली इस बैठक के बाद भी CM फेस पर कोई फैसला नहीं हो सका, जबकि तेजस्वी यादव मीडिया के इस सवाल को टाल गए। उन्होंने कहा कि बातचीत से सब फाइनल होगा। जो भी चीजें हैं, मिल-बैठ कर तय हो जाएंगी। वहीं, बैठक के बाद वीडियो शेयर करते हुए खड़गे ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा- ‘इस बार, बिहार में बदलाव निश्चित है। आज हमने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात कर महागठबंधन की मजबूती पर चर्चा की। आने वाले चुनाव में बिहार की जनता को हम एक सशक्त, सकारात्मक, न्यायप्रिय व कल्याणकारी विकल्प देंगे। भाजपा और उसके अवसरवादी ठगबंधन से बिहार को मुक्ति मिलेगी। युवा, किसान-मजदूर, महिलाएं, समाज के पिछड़े, अतिपिछड़े व अन्य सभी वर्ग के लोग महागठबंधन की सरकार चाहते हैं।’

दूसरी ओर, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने महागठबंधन को दो टूक सुनाया है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महागठबंधन की बैठक का बिहार में कोई असर नहीं होगा। नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं और आगे भी रहेंगे। बिहार में महागठबंधन कहीं नहीं टिकेगा। पूरा UPA मिलकर ताकत और जोर लगा ले, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे। दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने भी कांग्रेस-राजद की बैठक पर तंज कसते हुए कहा कि वह हरियाणा से साफ हो गया। महाराष्ट्र से साफ हो गया। दिल्ली हाथ से निकल गयी तो बिहार में कांग्रेस क्या कर पाएगी। बिहार NDA की उर्वर भूमि है, यहां कांग्रेस-राजद की दाल नहीं गलने वाली है। बिहार में NDA की सरकार बनेगी, महागठबंधन के विधवा विलाप करने से कुछ नहीं होगा।