Patna (MR)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन अधिकारियों से काफी गुस्से में हैं, जो राशनकार्ड बनाने में लापरवाही कर रहे हैं। उन्होंने वैसे अधिकारियों को चेता दिया है। कोरोना वायरस को लेकर पटना में आयोजित हाइप्रोफाइल बैठक में मुख्यमंत्री ने ग्राम पंचायतों के लिए भी कई निर्देश दिए। इसके अलावा शनिवार को हुई बैठक में प्रवासी कामगारों के लिए रोजगार सृजन को लेकर विमर्श हुआ।

राशन कार्ड के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कर दिया कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में हुए सर्वेक्षण के आधार पर जल्द से जल्द नए राशन कार्ड बनाकर लोगों को उपलब्ध कराए जाएं। इस काम में लेटलतीफी अथवा किसी तरह की लापरवाही नहीं चलेगी। उन्होंने दो टूक कहा कि राशन कार्ड बनाने के मामले में कोई भी अधिकारी शिथिलता बरतते हैैं तो उन पर समुचित कार्रवाई की जाएगी।

पंचम वित्त आयोग की राशि से ग्राम पंचायतों में कोरोना संक्रमण से लोगों की सुरक्षा के लिए साबुन, सेनेटाइजर, मास्क आदि उपलब्ध कराये जा सकते हैं : नीतीश कुमार

नीतीश कुमार ने यह भी सुझाव दिया कि पंचम वित्त आयोग की राशि से ग्राम पंचायतों में कोरोना संक्रमण से लोगों की सुरक्षा के लिए साबुन, सेनेटाइजर, मास्क आदि उपलब्ध कराये जा सकते हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रखंड क्वारंटाइन सेंटर में दरी, बिछावन, मच्छरदानी व मच्छर भगाने वाले क्वायल की समुचित व्यवस्था की जाए। क्वारंटाइन सेंटरों में महिलाओं व बच्चों के लिए अलग व्यवस्था हो।

उन्होंने प्रवासियों के रोजगार सृजन को लेकर भी कई निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी स्किल सर्वे के आधार पर रोजगार सृजन शुरू करें। आवश्यकता के अनुसार प्रदेश में ही संबधित इकाई की स्थापना हो, ताकि प्रवासी कामगारों को उनके स्किल के हिसाब से स्थायी रूप से रोजगार उपलब्ध हो सके। बैठक में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, मुख्य सचिव दीपक कुमार, डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय आदि मौजूद रहे।

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