PATNA (MR) : Blood Moon On Holi 2025… ठीक पढ़ रहे हैं। अबकी होली चांद भी अपना रंग बदलने वाला। जब पूरा देश रंगों के त्यौहार में डूबेगा तो फिर अपना ‘चांद मामा’ क्यों पीछे रहे। इस साल बड़े खगोलीय घटना में चांद अपना रंग बदलेगा।

दरअसल, होली इस बार 14 मार्च को पड़ रहा। वैसे पंचांग के अनुसार, 15 मार्च को भी है। लेकिन यह खगोलीय घटना 14 मार्च को होगी। इस दिन चांद नये रंग में दिखेगा, बिलकुल सूर्ख लाल। गांव की भाषा में आप टुह-टुह लाल भी कह सकते हैं। चांद लाल रंग में 13 की रात और 14 की सुबह दिखाई देगा। उसी दिन पूर्ण चंद्र ग्रहण भी है। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह दुर्लभ खगोलीय घटना के तहत इस बार चांद खूनी लाल रंग का दिखाई देगा। वैज्ञानिक इसे सुपर लूनर इवेंट (Super Looner Event) कह रहे हैं। वैज्ञानिकों से लेकर खगोलशास्त्रियों तक चांद को सूर्ख लाल में देखने को लेकर उत्साहित हैं। इसे खूनी चांद यानी ब्लड मून (Blood Moon) भी कहा जाता है।
खगोलीय घटना में ब्लड मून वह स्थिति होती है, जब चंद्रग्रहण के दौरान चांद का लाल रंग का दिखाई देता है। खास कर लाल रंग में चांद वाली खगोलीय घटना को अपने-अपने कैमरों में कैद करने के लिए वैज्ञानिकों ने विशेष तैयारी की है। आमतौर पर यह तब होता है, जब पृथ्वी की परछाई सूर्य की रोशनी को रोक देती है। किंतु वातावरण में मौजूद धूल, गैस और अन्य कणों की वजह से केवल लाल रंग की किरणें ही चांद तक पहुंच जाती हैं। इस वजह से चंद्रमा गहरे लाल रंग का दिखाई देता है. इस लाल रंग की वजह से ही इसे ब्लड मून कहा जाता है।

पूर्ण चंद्रग्रहण के साथ इस बार आसमान में ब्लड मून का नजारा देखने को मिलेगा। इसकी शुरुआत 14 मार्च को सुबह 09:29 बजे से होगी और समाप्ति दोपहर 3.29 बजे होगी। इसी बीच 14 मार्च को सुबह 11:29 मिनट से लेकर दोपहर 1:01 मिनट तक ‘ब्लड मून’ दिखाई देगा। कहा जाता है कि चांद 65 मिनट तक लाल रंग के नजर आएंगे।और हां, सबसे बड़ा सवाल यह है कि यह नजारा कहां-कहां दिखेगा ? तो बताते चलें कि इस बार का चंद्रग्रहण ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, अधिकांश अफ्रीका, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक आर्कटिक महासागर, पूर्वी एशिया आदि के शहरों में देखा जाएगा। लेकिन भारत में दिन होने की वजह से आसानी में भारत के लोग ब्लड मून नहीं देख पाएंगे।
