बिहार के नए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान पहुंचे राबड़ी आवास, लालू यादव को दी नववर्ष की बधाई

PATNA (MR) : बिहार के नए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान अपने बिंदास अंदाज से लोगों के बीच महज दो दिनों में ही छा गए। गली-मुहल्लों से लेकर सियासी गलियारों तक में इनकी ही चर्चा हो रही है। वर्षान्त के मौके पर कल 31 दिसंबर को राज्यपाल 50 वर्ष पुराने अपने दोस्त से मिलने फुलवारीशरीफ उनके घर पहुंच गए, जबकि नए वर्ष पर आज वे राजद सुप्रीमो लालू यादव से मिलने राबड़ी आवास पहुंचकर पूरे सियासी जगत को चौंका दिया।

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान आज शाम लगभग साढ़े 5 बजे राबड़ी आवास पहुंचे। उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से मुलाकात की। दोनों को नए साल की शुभकामनाएं दी। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को जन्मदिन की बधाई और शुभकामनाएं दी। मौके पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत अन्य मौजूद थे। बता दें कि एक जनवरी को राबड़ी देवी का जन्मदिन है। इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव राजभवन पहुंचे थे। उन्होंने नए राज्यपाल से मिलकर उन्हें नववर्ष की बधाई दी।

गौरतलब है कि बिहार के नए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान मूल रूप से उत्तर प्रदेश स्थित बुलंदशहर के रहने वाले हैं। छात्र राजनीति से सियासत में कदम रखने वाले आरिफ मोहम्मद खान की पहचान एक ऐसे नेता की रही है, जो तमाम मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखने के लिए जाने जाते हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इनके परिवार का राजनीति से पुराना संबंध रहा है। इनकी प्रारम्भिक पढ़ाई बुलंदशहर में हुई है। हाई एजुकेशन में इन्होंने जामिया मिलिया स्कूल, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अलावा लखनऊ के शिया कॉलेज से भी डिग्री हासिल की।

छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय होने वाले आरिफ मोहम्मद खान पहले ही साल AMU में जनरल सेक्रेटरी का चुनाव जीत गए। वे अगले साल फिर चुनाव मैदान में उतरे और इस बार अध्यक्ष बन गए। इसके बाद बुलंदशहर के स्याना विधानसभा क्षेत्र से किस्मत आजमायी। पहली बार 1972 में भारतीय क्रांति दल के टिकट पर महज 21 साल की उम्र में इन्होंने चुनाव लड़ा, किंतु सफलता नहीं मिली। लेकिन, आपातकाल के बाद 1977 में हुए चुनाव में इन्हें जनता पार्टी ने टिकट दिया। इस बार इन्हें इंदिरा विरोधी लहर का लाभ मिला और चुनाव जीतकर विधायक बन गए। इसके बाद तीन टर्म सांसद भी रहे और केंद्र में मंत्री भी बने। इनकी पत्नी रेशमा आरिफ भी विधायक रही हैं। वे पेशे से वकील हैं। इनके दो बेटे हैं, लेकिन वे दोनों फिलहाल राजनीति से दूर हैं।