PATNA (MR)। बिहार व जदयू के मुखिया नीतीश कुमार ने शनिवार की देर शाम कोरोना टेस्ट कराया। इसकी रिपोर्ट बाद में आएगी। तब तक वे अपने आवास पर सुरक्षित रहेंगे। वहीं इसे लेकर सबों के मन में सवाल कौंध रहा है, ‘आखिर यह नौबत क्यों आई’ । इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी समेत कई अन्य ने भी कोरोना टेस्ट कराया है। संभव है कि राजनीतिक गलियारे में कई और लोगों को भी टेस्ट कराना पड़ेगा।
दरअसल, बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह शनिवार की शाम में कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं। इसके साथ ही अवधेश नारायण सिंह की पत्नी और बेटा भी कोरोना पॉजिटिव पाये गये। इसके बाद बिहार के सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया।
इसका मेन कारण है कि इसी सप्ताह महज दो दिन पहले गुरुवार को नवनिर्वाचित विधान पार्षदों का शपथग्रहण समारोह हुआ था। इसमें कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह तो मौजूद थे ही, उनकी ही बगल में एक ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यम़ंत्री सुशील मोदी तथा दूसरी ओर स्पीकर विजय चौधरी व अन्य। सामने सभी नवनिर्वाचित विधान पार्षद थे। इसी हॉल में कई अधिकारी थे। कार्यकारी सभापति से कई लोग मिले थे। ऐसे में अवधेश नारायण सिंह के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने से बिहार के सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया। हालांकि, देर रात सुकून भरी खबर है कि नीतीश कुमार का कोरोना टेस्ट निगेटिव आया है। इसके साथ ही सीएम हाउस से 16 अन्य लोगों का भी टेस्ट कराया गया था और सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है।