DELHI / PATNA। पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को देश के सात राज्यों के प्रतिनिधियों से बात की और सेवा-सफलता के टिप्स दिये। उन्होंने साफ कहा कि उनका संगठन चुनाव जीतने की मशीन नहीं है। भाजपा के नेताओं-कार्यकर्ताओं को लोगों की सेवा करनी होगी। कोई भी श्रमिक भूखा नहीं रहे। इस कोरोना काल में प्रवासी मजदूर हो या गरीब-गुरबे, सबों को मदद करनी है। उन्होंने सेवा के सात टिप्स दिए। इसके साथ ही बिहार में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव का भी असर दिखा। बिहार के भाजपा नेता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने भोजपुरी में संबोधित किया।
पीएम मोदी ने बिहार के नेताओं को संबोधित करते हुए भोजपुरी में कहा, ‘बिहार के सब भाजपा कार्यकर्तागण एवं साथी लोग अभिनंदन के पात्र बानी जा। काफी लोग कहत रहे कि पूरबी भारत में बहुत गरीबी बा, ओइजा काेरोना ज्यादा फैली, लेकिन रउआ लोगिन सबके गलत साबित कर देहनी।’ पटना में पीएम को सुनने के लिए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, मंत्री डॉ प्रेम कुमार समेत कई वरीय नेता मौजूद रहे।
बिहार समेत देश के सात राज्यों के नेताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संबोधित करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा का हर कार्यकर्ता अपने साथ सेवन एस (Seven ‘S’) की शक्ति के साथ आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहला- सेवाभाव, दूसरा- संतुलन, तीसरा- संयम, चौथा- समन्वय, पांचवां- सकारात्मकता, छठा- सद्भावना और सातवां- संवाद।
उन्होंने साफ कहा कि हमारा संगठन केवल चुनाव जीतने की मशीन नहीं है। उन्होंने कहा कि इन दिनों इस कोरोना की लड़ाई में भरपूर रूप से इसका प्रभाव दिखाई दिया है। हमारे समाज में दूसरों के लिए कुछ करने की, सेवा भाव की बहुत बड़ी ताकत है। हमें समाज की इस ताकत को पूजने का कोई अवसर छोड़ना नहीं चाहिए। आपको संतोष होना चाहिए कि समाज ने हम सबको इस काम के लिए चुना है। सेवा करने के लिए ईश्वर ने हमें राह दिखाई है।