PATNA (MR) : केंद्र की मोदी सरकार ने बिहार को विधानसभा चुनाव के पहले आज बड़ा तोहफा दिया है। केंद्र सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में बिहार से जुड़े दो बड़े प्रोजेक्ट पर स्वीकृति की मुहर लगायी है। केंद्र के इस फैसले से एक साथ बिहार के कई जिलों को लाभ मिलेगा। केंद्रीय कैबिनेट ने कोसी-मेची रिवर लिंक प्रोजेक्ट और पटना-आरा-सासाराम फोरलेन कॉरिडोर के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। बता दें कि बिहार में इस साल सितंबर-अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होना है।

कैबिनेट मीटिंग के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया को बताया कि कोसी-मेची रिवर लिंक प्रोजेक्ट से बिहार में दो लाख हेक्टेयर भूमि सिंचिंत होगी। खासकर इस प्रोजेक्ट से सीमांचल के अररिया, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, खगड़िया, मधेपुरा सहित इनसे सटे अन्य जिलों को बड़ा फायदा मिलेगा। कोसी-मेची रिवर लिंक प्रोजेक्ट पर लगभग 6282 करोड़ रुपये की लागत आएगी। उन्होंने बताया कि बिहार में कोसी नदी जल का सबसे बड़ा स्रोत है। इस नदी में आने वाली बाढ़ के कारण बिहार का बड़ा हिस्सा हर साल तबाह होता है। कोसी को बिहार का शोक भी कहा जाता है। कोसी को मेची नदी से जोड़ने से बाढ़ का पानी दो नदियों में बंटेगा, साथ ही एक बड़े हिस्से को सिंचाई की सुविधा मिलेगी।

उन्होंने यह भी बताया कि इसी तरह बिहार से जुड़ा दूसरा प्रोजेक्ट पटना-आरा-सासाराम फोरलेन कॉरिडोर का है। यह फोरलेन कॉरिडोर 120 किमी लंबा होगा। इस कॉरिडोर की लागत 3712 करोड़ रुपये है। उन्होंने बताया कि यह कॉरिडोर 5 नेशनल हाईवे और 4 स्टेट हाईवे को जोड़ेगा। 5 नेशनल हाईवे में एनएच 19, एनएच 319, एनएच 922, एनएच 131जी और एनएच 120 शामिल हैं। वहीं 4 स्टेट हाईवे में एसएच 12, एसएच 102, एचएच 02 और एसएच 81 शामिल हैं। इस कॉरिडोर के बन जाने से पटना से आरा होते हुए सासाराम तक लोगों की आवाजाही आसान हो जाएगी।