KANPUR (MR) : बाप रे बाप। यहां पर है 175 करोड़ रुपए। छापेमारी करने गयी टीम के कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक की आंखें चौंधिया गयीं। 175 करोड़ रुपये कैश देखकर डायरेक्ट्रेट जनरल आफ जीएसटी इंटेलीजेंस (डीजीजीआई) और आयकर निदेशालय जांच के अधिकारियों के पसीने छूट गए। यह खबर बिहार की तो नहीं है, लेकिन यहां के लोगों को भी जाननी चाहिए। यह मामला है उत्तर प्रदेश के कानपुर का।
नोट गिनने वाली मशीनें भी कम पड़ गईं। रकम रखने के लिए बक्से कम पड़ गए और रातोंरात 50 नए बक्से मंगवाए गए। रकम बढ़ती देख डीजीजीआई के वरिष्ठ अफसर भी अहमदाबाद से आ गए।
दरअसल, कानपुर के किदवई नगर स्थित आनंदपुरी में इत्र कारोबारी पीयूष जैन के आवास आय से अधिक संपत्ति मामले में रेड पड़ी थी। वहां बरामद कैश को गिनने में 36 घंटे लग गए। इस काम में कुल 27 स्टाफ लगाए गए।
पूरी करेंसी को एसबीआई करेंसी एडमिनिस्ट्रेशन सेल के हवाले किया गया। बक्सों में भरी नगदी को बैंक तक सुरक्षित ले जाने के लिए पीएसी की मदद लेनी पड़ी। कंटेनर को अरबों रुपये ले जाने के लिए 1200 रुपये भाड़ा दिया गया।