पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि : राहुल, ओवैसी और तेजस्वी ने निकाला कैंडल मार्च

DELHI / PATNA (MR+AI) : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले में 26 से 28 लोगों की जान चली गयी। इसमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस जघन्य घटना के खिलाफ देशभर में आक्रोश और शोक की लहर है। शुक्रवार को देश के विभिन्न हिस्सों में नेताओं और नागरिकों ने कैंडल मार्च निकालकर मृतकों को श्रद्धांजलि दी। बिहार से लेकर दिल्ली तक INDIA महागठबंधन ने कैंडल मार्च निकाला। इसमें अपने-अपने क्षेत्र में कांग्रेस के राहुल गांधी, AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी, राजद के तेजस्वी यादव, VIP के मुकेश सहनी, CPI-M के कॉ कुणाल सहित CPI और CPM के भी सैकड़ों नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए।

दिल्ली में राहुल गांधी ने दिखाई एकजुटता
कांग्रेस के नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ कैंडल मार्च निकाला। इस दौरान उन्होंने आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और इसे मानवता के खिलाफ अपराध बताया। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक X हैंडल पर कहा कि पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले ने 28 बेगुनाहों की जान ले ली। यह मानवता के खिलाफ सबसे बड़ा अपराध है, जिसकी कोई माफी नहीं है। मार्च में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।

हैदराबाद में दिखा ओवैसी का गुस्सा
एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में कैंडल मार्च का नेतृत्व किया। उन्होंने आतंकियों को ‘कमीने-कुत्ते’ करार देते हुए कहा कि वे नाम और मजहब पूछकर निर्दोष लोगों को मार रहे थे। ओवैसी ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि पर्यटन स्थल पर कोई पुलिस या सीआरपीएफ कैंप नहीं था। आतंकी वहां तक कैसे पहुंचे? उन्होंने आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की मांग की और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के सर्वदलीय मार्च में भी हिस्सा लिया।

पटना में तेजस्वी यादव ने दी श्रद्धांजलि
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने पटना में कैंडल मार्च निकालकर पहलगाम हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने इस हमले को कायराना और अमानवीय बताते हुए केंद्र और राज्य सरकार से आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। तेजस्वी ने कहा कि निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाना आतंकवाद की क्रूरता को दर्शाता है। हमें एकजुट होकर इसका जवाब देना होगा। केंद्र सरकार के निर्णय के साथ पूरा विपक्ष खड़ा है। यह देश की सुरक्षा का सवाल है।