विश्व कला बाजार को पटना कलम शैली की पेंटिंग्स का इंतजार

PATNA (MR) : इंटैक, पटना चैप्टर और योर हेरिटेज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सप्ताह भर की पटना कलम शैली चित्रकला प्रशिक्षण एवं कार्यशाला का समापन सोमवार को पटना आर्ट कॉलेज में हुआ। समापन समारोह में जालान म्यूजियम के प्रमुख आदित्य जालान ने घोषणा की कि जुलाई 2025 से पटना सिटी के जालान संग्रहालय में संग्रहित पटना कलम शैली के सभी चित्र आम लोगों के लिए प्रदर्शित किए जाएंगे। इसके लिए डाकबंगला चौराहा के पास एक नया स्थान चिह्नित किया गया है, जो पटनावासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। उन्होंने कहा, ‘पटना कलम हमारी साझी विरासत है, और इसे संरक्षित करना हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है।’

समकालीन विषयों पर जोर : बापू टावर के उप निदेशक ललित कुमार सिंह ने सुझाव दिया कि इस शैली के चित्रकारों को समसामयिक विषयों पर भी काम करना चाहिए, ताकि इसकी विविधता बनी रहे। बिहार पर्यटन के सहायक निदेशक केशरी कुमार ने कहा कि इतिहास, संस्कृति और कला का बिहार के पर्यटन से गहरा नाता है। वरिष्ठ फोटोग्राफर बी.के. जैन ने पटना कलम को पुनर्जीवित करने के प्रयासों की सराहना की और इसकी निरंतरता पर बल दिया।

पटना कलम का इतिहास और चुनौतियां: वरिष्ठ चित्रकार स्मिता पराशर ने अपने चित्रों की बारीकियों को प्रेजेंटेशन के माध्यम से समझाया। प्लानेट के अनुराग कुमार ने बताया कि 1707 में औरंगजेब की मृत्यु के बाद मुर्शिदाबाद से पटना आए कलाकारों ने पटना सिटी में इस शैली को विकसित किया। हालांकि, कैमरे के आविष्कार, यूरोपीय लोगों के भारत छोड़ने और जमींदारों द्वारा संरक्षण की कमी ने इस शैली के पतन को बढ़ावा दिया।

वैश्विक बाजार में संभावनाएं: कला समीक्षक कविता कानन चन्द्रा ने कहा कि पटना कलम के लिए बाजार की कमी नहीं है, बल्कि विश्व कला बाजार इस शैली की पेंटिंग्स का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। इंटैक, पटना चैप्टर के कन्वेनर भैरव लाल दास ने इस शैली के संरक्षण के लिए हरसंभव प्रयास का भरोसा दिलाया। योर हेरिटेज की निदेशक रचना प्रियदर्शिनी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

प्रमाण पत्र वितरण: समारोह में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर कला एवं शिल्प महाविद्यालय की प्राचार्य राखी कुमारी, प्रो. अजय कुमार पाण्डेय, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. अरुण कुमार, वरीय कलाकार सुनीता प्रकाश, डॉ. अजफर अहमद, दिलीप वर्मा, नीतू तिवारी, सुनीता प्रकाश, रविशंकर उपाध्याय, अलका दास, नन्दिता राजश्री, राजीव रंजन सिन्हा, स्वाती शंकर, शाहनवाज खान, निभा लाभ, रितू राज, आत्रेय अशेष, जूलु कुमार ठाकुर, रमेश लाभ सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।