PATNA (MR)। सेंट्रल एसोसिएशन प्राइवेट सिक्योरिटी ऑफ इंडिया (कैप्सी) की बिहार इकाई का गठन किया गया। सर्वसम्मति से देवप्रकाश सिंह उर्फ डीपी सिंह को कैप्सी बिहार का अध्यक्ष चुना गया। इसके साथ ही कार्यकारिणी का गठन किया गया। अध्यक्ष- देवप्रकाश सिंह के अलावा नरेंद्र कुमार, बीडी सिंह व अजीत कुमार सिंह को उपाध्यक्ष, रविशेखर सिंह को महासचिव, अरुण पांडेय व गोपाल कृष्ण को कार्यकारी निदेशक, राजेश कुमार कंठ को कार्यकारी संपादक, विनय कुमार सिंह का संयुक्त सचिव, राणा अभय सिंह को उपसचिव तथा राकेश कुमार को कोषाध्यक्ष की जिम्मेवारी दी गई है। उधर, नवनिर्वाचित अध्यक्ष डीपी सिंह ने निजी सुरक्षा एजेंसी की मजबूती पर बल दिया।
‘अध्यक्ष होने के नाते मैं पूर्व की भांति सुरक्षा गार्डों की समस्याओं को दूर करने का सतत व सार्थक प्रयास करता रहूंगा। निजी सुरक्षा सेवा में गुणवत्तापूर्ण सुधार की ओर अग्रसर रहूंगा।’
नवनिर्वाचित अध्यक्ष डीपी सिंह ने एक्सक्लुसिव बातचीत में कहा कि निजी सुरक्षा एजेंसी कोरोना की वजह से आज भीषण संकट की चपेट में है। सारे सुरक्षा गार्ड, सुरक्षा पदाधिकारी एवं सुरक्षा संचालक अगली पंक्ति के कोरोना योद्धा हैं। ये सर्वाधिक संक्रमण के खतरे से जूझ रहे हैं। चूंकि फैक्ट्री, मॉल, होटल, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, निजी एवं सरकारी कार्यालय, सरकारी उपक्रम आदि जगहों की सुरक्षा का जिम्मा इन्हीं सुरक्षा गार्डों पर है।
किसी भी संस्थान या उपक्रम में मिलने वाले प्रथम व्यक्ति निजी सुरक्षा ही है। तिस पर नौकरी का खतरा, वेतन नहीं मिलने का खतरा, संक्रमित होने पर इलाज का संकट, परिवार का बोझ, आवागमन के सारे के सारे साधन बाधित हैं। एक अजीब-सी स्थिति उतपन्न हो गयी है। सरकार ने निजी सुरक्षा को आवश्यक सेवा की श्रेणी में डाल दिया, जिसके गुण-दोष दोनों झेल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एजेंसी संचालक एक बहुत बड़ी मानसिक बोझ से ग्रसित हैं। हतप्रभ हैं। केंद्र एवं बिहार सरकार ने बहुत कुछ किया है, तभी हमलोगों की हिम्मत बढ़ी है, पर अभी बहुत कुछ होना बाकी है। निजी सुरक्षा एजेंसी गरीब ग्रामीण लड़के-लड़कियों के लिए रोजगार की फैक्ट्री है। सुरक्षा के साथ-साथ जीने के लायक सुविधा एवं भत्ता उपलब्ध कराती है।
‘निजी सुरक्षा एजेंसी गरीब ग्रामीण लड़के-लड़कियों के लिए रोजगार की फैक्ट्री है। सुरक्षा के साथ-साथ जीने के लायक सुविधा एवं भत्ता उपलब्ध कराती है।’
उन्होंने कहा कि आज जब कोरोना वायरस (कोविड 19) का हमला हुआ है, कैप्सी केंद्रीय हो या राज्य इकाई, सरकार के स्तर पर अपनी बातों को रखकर समाधान निकालते आ रही है। नतीजा यह है कि करोना का मिनिमम इफेक्ट इस सेक्टर पर पड़ा है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष होने के नाते मैं पूर्व की भांति सुरक्षा गार्डों की समस्याओं को दूर करने का सतत व सार्थक प्रयास करता रहूंगा। निजी सुरक्षा सेवा में गुणवत्तापूर्ण सुधार की ओर अग्रसर रहूंगा। सुरक्षा में लगे सभी स्तर के कर्मचारी को करोना से लड़ने की ट्रेनिंग एवं सुविधा दिलाऊंगा, ताकि जान एवं माल की हानि न्यूनतम हो। आज हमारी जिम्मेदारी कई गुना बढ़ गयी है। इस कसौटी पर खरा उतरने की हरसंभव कोशिश करूंगा।
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