पर्यटन विभाग के TTF 2023 में बोले सचिव अभय सिंह, बिहार में धार्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं

PATNA (MR): बिहार में धार्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। पर्यटन विभाग इस पर गंभीरता से काम कर रहा है। हमारे पास कई धार्मिक सर्किट है। समृद्ध धरोहर व इतिहास है। ये बातें पर्यटन विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने कही। मौका था पर्यटन विभाग द्वारा ज्ञान भवन में आयोजित TTF 2023 के दूसरे सत्र धार्मिक पर्यटन के लिए बिहार की संभावनाएं: बौद्ध, जैन, सिख पर्यटन विषय पर खुले सत्र का।

उन्होंने कहा कि बिहार ने सिद्धार्थ को बुद्ध बनाया। यहां महावीर ने जैन धर्म को स्थापित किया। सिख धर्म के दसवें गुरु गोविंद सिंह का जन्म यहां हुआ। सनातन धर्म में माता सीता का जन्म हुआ। गया जी जहां सभी हिंदू धर्म के लोग जरूर पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी चीजों से हम कैसे लोकल इकोनामी को बढ़ाएं, इस पर काम कर रहे हैं। गुरुद्वारा प्रबंधक समिति, तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के सेक्रेटरी जगजोत सिंह ने कहा कि सिख सर्किट ने सिख सर्किट पर काम करने की जरूरत है। अभी सिर्फ पटना साहिब ही लोग आते हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सहयोग से राजगीर में शीतलकुंड गुरुद्वारा का विकास किया गया है। अब वहां भी सिख पर्यटक पहुंचने लगे हैं।

एसोसिएशन ऑफ डोमेस्टिक टूर ऑपरेटर्स ऑफ इंडिया के अध्यक्ष पीपी खन्ना ने कहा कि बुद्धस्ट सर्किट को हमलोग विदेशों में बता सकते हैं। सिख सर्किट को दूसरे देशों में बिहार के संदर्भ में बताने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले बुद्धस्ट पर्यटकों को सबसे अधिक शौचालय आदि समस्या होती है, जब वे पैदल यात्रा पर होते हैं। इस पर विभाग को ध्यान देने की जरूरत है। पर्यटन विभाग को प्रकाश पर्व के दौरान आईआरसीटीसी से बातकर स्पेशल ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की बात करनी चाहिए।

वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी ने कहा कि बिहार में जल्द ही ईको टूरिज्म पॉलिसी आएगी। यह सामान्य पर्यटन से भले अलग है, लेकिन प्रकृति एवं पर्यावरण के बेहद करीब है। यह खुशी की बात है कि इन दिनों नई पर्यटन नीति व ईको टूरिज्म पॉलिसी एक साथ बन रही है। वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग और पर्यटन विभाग शीघ्र ही एक एमओयू करेगा, जिससे ईको टूरिज्म और बेहतर हो सके। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में भीम बांध, खड़गपुर झील, काकोलत जलप्रपात, नागीनक्टी डैम, कुश्वेवर झील, कांवर झील, बरैला झील और तुतला भवानी जलप्रपात जैसी प्राकृतिक पर्यटन संपदाएं हैं। इनसे बिहार का पर्यटन और समृद्ध हो सकता है।

उनके अलावा पर्यटन निगम के महाप्रबंधक नंदकिशोर,एडवेंचर टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के संस्थापक कैप्टन स्वदेश कुमार, नेशनल एडवेंचर फाउंडेशन, बिहार चैप्टर के निदेशक डॉ दया शंकर मिश्रा, नालंदा महाविहार यूनिवर्सिटी के सहायक प्राध्यापक अरुण कुमार यादव, सीईओ मनोज सैमुअल आदि ने भी अपने विचार रखे।

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