PATNA (MR) : बिहार पंचायत चुनाव 2021 की पहली वोटिंग चंद घंटों में शुरू हो जाएगी। बस रात कटने भर की देर है। बूथों पर इवीएम से लेकर बैलेट बॉक्स तक भेजे जाने की तैयारी पूरी हो गई है। मॉक पॉल की भी टेस्टिंग हो गई है। इस बार नोटा का भी बटन नहीं है। लेकिन सबसे खास बात कि इस बार कोई भी व्यक्ति बोगस वोटिंग नहीं कर पाएंगा।
कृतसंकल्पित है बिहार निर्वाचन आयोग
बिहार निर्वाचन आयोग ने बोगस वोटिंग रोकने के लिए इस बार पूरी तरह कृतसंकल्पित है. चाहे पुरुष हो या महिला, वह घूंघट डाल लें, ओढ़नी ओढ़ लें या फिर बुर्का पहन लें, लेकिन इस बार उनकी होशियारी नहीं चलेगी. वैसे लोग किसी भी कीमत पर बोगस बोटिंग नहीं कर पाएंगे। निर्वाचन आयोग ने ठोक-बजाकर इसका ऐलान भी कर दिया कि इस बार बोगस वोटिंग हर हाल में नहीं होगी। सरकार की ओर से कहा गया है कि मतदान में पारदर्शिता साफ दिखेगी। इतना ही नहीं, राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से इससे संबंधित मतदान मैप भी पब्लिश किया गया है। इसमें बताया कि कोई भी संबंधित वोटर किस प्रकार अपना वोट डाल सकेंगे। उसे किस-किस टेबल से गुजरना पड़ेगा, किन-किन अधिकारियों से क्रॉस करना पड़ेगा, सिक्योरिटी के कितने लेयर से गुजरनेे के बाद उन्हें वोट डालने दिया जाएगा। खास बात कि सारे सुरक्षा चक्र के पहले वोटर को कोरोना प्रॉटोकॉल का भी अनिवार्य रूप से पालन करना होगा।
बोले प्रचायत मंत्री सम्राट चौधरी
पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि बायोमेट्रिक मशीन और टेबलेट के साथ बूथों पर तकनीकी कर्मी की तैनाती होगी। यदि कोई वोटर किसी भी बूथ पर दोबारा मत डालने के लिए आते हैं, तो सिस्टम उस व्यक्ति की तुरंत पहचान कर लेगा। उसे बोगस वोटर के रूप में चिह्नित कर उसके द्वारा पूर्व में किए गए वोटिंग के विवरण के साथ मशीन तुरंत अलर्ट कर देगी. इतना ही नहीं, बोगस वोटिंग करने वाले वोटर धरा जाएंगे और उस पर बिहार पंचायत राज अधिनियम, 2006 की धारा 130 (9) के अंतर्गत कानूनी कार्रवाई की जा सकेगी।
राज्य निर्वाचन आयोग के मतदान मैप को इस तरह समझें
- सबसे पहले बूथ के एंट्री प्वाइंट पर वोटरों को सेनेटाइज किया जाएगा. इसके बाद उनकी थर्मल स्कैनिंग की जाएगी।
- पहले टेबल पर बायोमैट्रिक मशीन से सही वोटर की पहचान होगी। उसका सत्यापन किया जाएगा।
- अगले टेबल पर वोटर लिस्ट में नाम, क्रमांक और पहचान पत्र का मिलान किया जाएगा। मतपत्र पर हस्ताक्षर या अंगूठे का निशान लिया जाएगा. चूंकि इस चार छह में से सिर्फ चार पदों के लिए इवीएम से चुनाव हो रहा है, जबकि दो पद पंच व सरपंच का चुनाव बैलेट पेपर से हो रहा है।
- अगले टेबल पर वोटर के बांए हाथ की तर्जनी पर स्याही लगायी जाएगी। रजिस्टर पर हस्ताक्षर या अंगूठे का निशान लिया जाएगा. इसके बाद मतदाता पर्ची निर्गत की जाएगी।
- अगले टेबल पर बैलेट पेपर मोड़ दिया जाएगा।
- अगले दो टेबलों पर मतदान पदाधिकारी क्रमश: इवीएम का नियंत्रण व संचालन करेंगे।
- इसके बाद वोटर बारी-बारी से वोट डालेंगे. इवीएम व बैलेट बॉक्स के माध्यम से संबंधित पदों के लिए वोट डालेंगे।
- वोट प्रक्रिया पूरी होने के बाद वोटर दूसरे गेट से बाहर निकल जाएंगे।
मतदान मैप को निर्वाचन आयोग के इस वीडियो से भी समझ सकते हैं