बिहार सेवा रत्न अवार्ड से सम्मानित हुए कवि एवं लोक गायक सदानंद, कहा- बिहारी होना गर्व की बात है

RANCHI (MR) : बिहार और झारखंड के चर्चित कवि और लोकगायक सदानंद सिंह यादव को विश्व सेवा परिषद बिहार प्रदेश की ओर से बिहार दिवस के मौके पर 22 मार्च को सम्मानित किया गया। इसका आयोजन गया में किया गया था। श्री यादव मुंगेर के हवेली खड़गपुर स्थित भैयाराम टोला के रहने वाले हैं। गुरारू के सर्वोदय विद्या मंदिर प्लस टू विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उन्हें बिहार सेवा रत्न अवार्ड 2025 से विभूषित किया गया।

विश्व सेवा परिषद की ओर से कुल 21 उम्मीदवारों का विविध क्षेत्रों में तीन सदस्यीय चयन समिति द्वारा चयन किया गया था। इसमें सदानंद सिंह यादव को साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान, गहन प्रतिबद्ध एवं समर्पण की सराहनीय भूमिका को देखते हुए अवार्ड प्रदान किया गया। बता दें कि सदानंद सिंह यादव को इसके पहले झारखंड प्रदेश अंगिका समाज ने भी इसी साल 9 मार्च को साहित्य सेवा भूषण सम्मान 2025 से सम्मानित किया है। बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी श्री यादव विलुप्तप्राय गीतों के साथ स्वरचित गीतों को भी स्वरबद्ध कर कई गीत गाए हैं। इन्हें कई प्रतिष्ठित सम्मान भी प्राप्त हो चुके हैं।

ये कई सालों से विविध मंचों पर काव्य पाठ कर रहे हैं। कविता के अलावा ज्यादातर ये लोकगीत को प्रस्तुत करते हैं। इन्हें पत्रकारिता का भी अनुभव प्राप्त है। कई संस्थानों के लिए लेखन तथा देश के कई प्रतिष्ठित पत्र- पत्रिकाओं में इनके आलेख प्रकाशित होते रहे हैं। इन्होंने बताया कि आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य। मानव होना भाग्य है, कवि और साहित्यकार होना सौभाग्य। उन्होंने यह भी कहा कि यह सम्मान क्षेत्र के लिए बहुत ही गौरव की बात है और उनके लिए सबसे बड़ा गर्व यह है कि वे बिहारी हैं।