पटना। अब गंगा गांव-गांव पहुंचने लगी है। फिलहाल गंगा से सटे बिहार के 141 गांवों को फायदा मिलेगा। घर-घर नल का जल मिलने लगेगा। नौ साल पुरानी योजना अब जाकर पूरी हुई है। जी हां, बात कर रहे हैं कहलगांव बहुग्रामीय पाइप जलापूर्ति योजना का। इस योजना के पूरी होने से अब अगले माह जून से सप्लाई वाटर मिलने लगेगा। यह जानकारी बिहार के पीएचईडी मिनिस्टर विनोद नारायण झा ने मीडिया को दी। उन्होंने कहा कि गंगा में लगाया गया ट्रीटमेंट प्लांट जून से वर्किंग में आ जाएगा।
मंत्री विनोद नारायण झा ने बताया कि फिलहाल निकटवर्ती 141 ग्रांवों को सप्लाई वाटर की सुविधा मिलने लगेगी। इन गांवों में 240 वार्ड हैं। ये इलाके आर्सेनिक प्रभावित हैं, जिसके चलते बड़ी संख्या में लोग बीमार होते रहते हैं। इस ट्रीटमेंट प्लांट से कहलगांव के अलावा पीरपैंती इलाके के आर्सेनिक प्रभावित गांवों को भी लाभ मिलेगा।
उन्होंने बताया कि इस योजना से 58 हजार घरों को लाभ पहुंचेगा। इनमें से 25 हजार घरों में नल लगा दिये गये हैं। शेष घरों में नल लगाने का कार्य लास्ट स्टेज में है। वर्ष 2011 में यह योजना शुरू हुई थी, जो अब जाकर पूरी हुई है। शुरू में इसका बजट 219 करोड़ रुपये था, लेकिन समय पर योजना के पूरी नहीं होने से इसे हर घर नल का जल योजना में शामिल कर लिया गया। अब इस पर लगभग 267 करोड़ रुपये खर्च होंगे।