PATNA (MR) : बिहार पंचायत चुनाव के पांचवें चरण में भी बदलाव की व्यापक लहर देखी गयी। कहीं 80 तो कहीं 90 परसेंट मुखिया हार गए। कहीं-कहीं तो 100 परसेंट मुखिया बदल गए। सबसे खास बात कि कई विधायकों के रिश्तेदार भी नहीं जीत पाए। गोपालगंज में अमरेंद्र उर्फ पप्पू पांडेय का भतीजा तो भोजपुर में विधायक मनोज मंजिल की पत्नी हार गई।
पंचायत चुनाव के इस चरण में मुखिया, जिला परिषद समेत छह पदों के लिए मतदान कराए गए थे। इसमें भी कई महत्वपूर्ण चेहरे हार गए। इनमें सीपीआई विधायक मनोज मंजिल और जेडीयू विधायक अमरेंद्र उर्फ पप्पू पांडेय के रिश्तेदार भी शामिल हैं। निर्वाचन आयोग की ओर से जारी रिजल्ट के अनुसार, गोपालगंज के हथुआ जिला परिषद से निवर्तमान जिप अध्यक्ष मुकेश पांडेय 904 वोट से चुनाव हार गए। वहां से माधुरी यादव जिला पार्षद निर्वाचित हुईं। मुकेश पांडेय जेडीयू विधायक पप्पू पांडेय के भतीजे हैं। दूसरी ओर, भोजपुर के चरपोखरी ब्लॉक से विधायक मनोज मंजिल की पत्नी शीला देवी भी जिला परिषद सदस्य का चुनाव हार गई हैं। उन्हें आरती देवी ने हराया है। मनोज मंजिल वर्तमान में अगिआंव विधानसभा क्षेत्र से माले के विधायक हैं।
पंचायत चुनाव के पांचवें चरण में सभी 38 जिलों में मतगणना हुई। 58 प्रखंडों के मुखिया और सरपंच के 845-845 पद, जिला परिषद् सदस्य के 124 पद, पंचायत समिति सदस्य के 1171, ग्राम पंचायत सदस्य और ग्राम कचहरी पंच के 11553-11553 पदों पर चुनाव हुआ था।
गौरतलब है कि राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार पांचवें चरण में 92 हजार 972 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। इसमें 43211 पुरुष और 49761 महिला प्रत्याशी शामिल हैं। इस चरण में 60.79 परसेंट वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। पिछले चार चरणों में मुखिया पद को लेकर व्यापक रूप से बदलाव की बयार बह रही थी। इस चरण में भी मुखिया प्रत्याशियों का ऐसा ही हाल हुआ।