PATNA (MR) : बिहार में अभी कोरोना संकट की दूसरी लहर का प्रकोप है। हालांकि, एक सप्ताह से कोरोना के नए मरीजों में कमी आई है। लेकिन तीसरी लहर को लेकर भी लोगों के मन में आशंका है। बच्चों के पीड़ित होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगे की रणनीति पर विचार करना शुरू कर दिया है. ताकि ऐनवक्त पर लोगों को कम से कम परेशानी झेलनी पड़े। ऐसे में लू (हीट वेव), एसईएस, जेई, कालाजार जैसी बीमारियों को लेकर आज बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित संवाद में अधिकारियों के संग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों से कहा कि पिछले वर्ष एईएस प्रभावित मुजफ्फरपुर के पांच प्रखंडों में सोशियो इकोनॉमिक सर्वे के आधार पर जो कार्य किये जा रहे हैं, उसे एईएस पीड़ित सभी जिलों में क्रियान्वित करें। प्रभावित क्षेत्रों में योग्य सभी लाभुकों का आवास प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना/मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना से शीघ्र बनाएं, ताकि उनके बच्चे इस बीमारी से सुरक्षित रह सकें। सतत जीविकोपार्जन योजना का लाभ भी इन प्रभावित क्षेत्र के लोगों को अवश्य दिलाएं। सभी प्रभावित लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो, इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाएं. इसके लिए राशि की कमी नहीं होने दी जाएगी।

उन्होंने यह भी कहा कि जापानी इंसेफ्लाइटिस के वैक्सीनेशन कार्य के लिए बचे तीन जिलों में इसे तेजी से पूरा करें। हीट वेव से प्रभावित होने वाले जिले पूरी तरह अलर्ट पर रहें। इस संबंध में पूर्व में दिये गये निर्देशों का अनुपालन सुनिचित करें। अस्पतालों में हीट वेव से प्रभावित लोगों के इलाज के लिए चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ रखें। हीट वेव से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करते रहें। कालाजार मरीजों के इलाज में किसी प्रकार की कोताही न बरतें। समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रजेंटेशन के माध्यम से एईएस (एक्यूट इन्सेफ्लाइटिस सिंड्रोम), जेई (जापानी इंसेफ्लाइटिस), हीट वेव तथा कालाजार की जिलावार अद्यतन स्थिति एवं उसके बचाव को लेकर की जा रही तैयारियों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, वैशाली, दरभंगा, समस्तीपुर, सारण, सीवान, गोपालगंज, सीतामढ़ी, शिवहर, गया, औरंगाबाद, नवादा, जहानाबाद तथा नालंदा जिले के डीएम ने अपने-अपने जिलों में एईएस, जेई, हीट वेव तथा कालाजार की अद्यतन स्थिति से अवगत कराया। मुजफ्फरपुर के पूर्व एवं पटना के वर्तमान डीएम चंद्रशेखर सिंह ने मुजफ्फरपुर में एईएस से बचाव के लिए शुरू किए गए कार्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विशेषरूप से एईएस प्रभावित पांच प्रखंडों में सोशियो इकोनमिक सर्वे कराया गया। इसका फायदा भी मिला।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि एईएस से प्रभावित जिलों में प्रोटोकॉल के अनुसार इलाज हेतु सुदृढ़ व्यवस्था बनाए रखें। लोगों को जागरूक करने पर विशेष ध्यान दें। उनके परिवारों को बताएं कि कोई भी बच्चा रात में भूखा न सोए. इस बीमारी के कुछ भी लक्ष्ण दिखे तो जल्द से जल्द अस्पताल जाएं, ताकि उनका समय पर इलाज हो सके। हीट वेव से बचाव के लिए भी लोगों को जागरूक करते रहें। कालाजार उन्मूलन के लिए हमलोग लगातार काम कर रहे हैं। कालाजार मरीजों के इलाज में किसी प्रकार की कोताही न बरतें। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दोनों उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी के अलावा स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण समेत अन्य अधिकारी जुड़े हुए थे।

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