PATNA (MR) : हिंदू धर्म में व्रतों का बहुत महत्वपूर्ण है। इसी में एकादशी भी है। 2021 में नौ जनवरी को वर्ष का पहला एकादशी व्रत है। इस दिन सफला एकादशी व्रत है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, एकादशी व्रत भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है। इस दिन भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा की जाती है। व्रत की कथा सुनी जाती है। एकादशी के प्रभाव से व्यक्ति के पाप नष्ट होते हैं। मोक्ष की प्राप्ति होती है। एकादशी व्रत को सभी सुखों को देने वाले माना गया है। इस व्रत के करने से व्यक्ति को भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
एकादशी व्रत को सभी सुखों को देने वाले माना गया है। इस व्रत के करने से व्यक्ति को भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
सफला से शुरू भी, अंत भी
साल 2021 की अंतिम एकादशी 30 दिसंबर को है। उस दिन भी सफला एकादशी ही है। नववर्ष 2021 में कुल 25 एकादशी व्रत पड़ रहे हैं। हालांकि हिंदू धर्म के सभी व्रत एवं त्योहार हिंदी पंचांग या हिंदू कैलेंडर की तिथियों पर आधारित होती हैं। अंग्रेजी कैलेंडर में हर वर्ष इनकी संख्या कम या ज्यादा हो सकती है। लेकिन, हिंदू कैलेंडर में नियत होती है।
वर्ष 2021 के एकादशी व्रत
जनवरी
9 जनवरी: सफला एकादशी
24 जनवरी: पौष पुत्रदा एकादशी
फरवरी
7 फरवरी: षट्तिला एकादशी
23 फरवरी: जया एकादशी
मार्च
9 मार्च: विजया एकादशी
25 मार्च: आमलकी एकादशी
अप्रैल
7 अप्रैल: पापमोचिनी एकादशी
23 अप्रैल: कामदा एकादशी
मई
7 मई: बरूथिनी एकादशी
22 मई: मोहिनी एकादशी
जून
6 जून: अपरा एकादशी
21 जून: निर्जला एकादशी
जुलाई
5 जुलाई: योगिनी एकादशी
20 जुलाई: देवशयनी एकादशी
अगस्त
4 अगस्त: कामिका एकादशी
18 अगस्त: श्रावण पुत्रदा एकादशी
सितंबर
3 सितंबर: अजा एकादशी
17 सितंबर: परिवर्तिनी एकादशी
अक्टूबर
2अक्टूबर: इन्दिरा एकादशी
16 अक्टूबर: पापांकुशा एकादशी
नवंबर
1 नवंबर: रमा एकादशी
14 नवंबर: देवुत्थान एकादशी
30 नवंबर: उत्पन्ना एकादशी
दिसंबर
14 दिसंबर: मोक्षदा एकादशी
30 दिसंबर: सफला एकादशी