पाल समाज के चतुर्दिक विकास का लोगों ने लिया संकल्प, वक्ताओं ने कहा- समाज की मुख्यधारा में हो शामिल

PATNA (MR) : जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध सस्थान पटना में रविवार 13 अप्रैल को 13 वीं पाल पारिवारिक मिलन सह सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ दिलीप कुमार पाल ने की। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित समारोह में उन्होंने कहा कि हम सबको उनके विचारों को आत्मसात करने की जरूरत है।

डॉ दिलीप ने कहा कि सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक और राजनीतिक क्षत्रों में हिस्सेदारी उनके संघर्षों के कारण ही मिली है। कार्यक्रम का संचालक सह संयोजक डॉ विनोद पाल ने कहा कि जातीय आंकड़ों को देखते हुए सरकार अतिपिछड़ी जातियों की आरक्षण सीमा को बढ़ाए। साथ ही अति पिछड़ी जातियों को अन्य सेवाओं में भी आरक्षण की सीमा 18 से बढ़ाकर 21 प्रतिशत किया जाए। साथ ही उन्होंने अति पिछड़ा वर्ग से तेली, तमोली और दांगी जैसी मजबूत जातियों को अलग करने की मांग सरकार से की। उन्होंने यह भी कहा कि पाल समाज समेत अति पिछड़ी जातियों के आरक्षण की हकमारी बड़े पैमाने पर हो रही है। इसके लिए हम सभी को एकजुट रहना होगा। साथ ही उनलोगों के बीच जन जागरुकता अभियान चलाने की जरूरत है।

कार्यक्रम का संचालन छह सत्रों में हुआ। इस अवसर पर पाल दर्पण अंक-4 तथा दैवमून कुमार पाल द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन हुआ। इसके साथ ही सहायक प्राध्यापक डॉ मंजू कमारी, सहायक प्राध्यापक डॉ कविता चौधरी, सहायक प्राध्यापक डॉ. शुभा सुमन, सहायक प्राध्यापक डॉ. पवन कुमार राउत, सहायक प्राध्यापक डॉ मुकेश कुमार पाल, प्रखंड उद्यान पदाधिकारी दीपक कुमार पाल, प्रखंड कृषि पदाधिकारी अभय कुमार रंजन तथा सहायक प्रशाखा पदाधिकारी असल कुमार साहिल राजा तथा विवेक पाल को ‘प्रतिभा सम्मान 2025’ से सम्मानित किया गया।

साथ ही पाल समाज सहित बहुजन समाज के सशक्तिकरण में योगदान देने वाले 10 हस्तियों प्रो. रामस्वरूप भगत, देवमून कुमार पाल, अवधेश प्रसाद, अनरेंद्र पाल, सूर्य देव पाल, नरेश पाल, स्व. डा. बी पी त्यागी, स्व. डॉ. केशव पाल, स्व. ललन प्रसाद तथा स्व. जानकी शरण प्रसाद को मरणोपरांत ‘पाल समर्पण सम्मान 2025’ से सम्मानित किया गया। उद्योग के क्षेत्र में रोजगार सृजन के लिए नागमणि कुमार पाल, प्रेम पाल, तथा विनोद कुमार पाल उर्फ गणेश को ‘पाल उद्यमी सम्मान 2025’ से नवाजा गया। वहीं दिगवंत लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

कार्यक्रम में उपेंद्र पाल, ई संजय पाल, सत्यपाल, अलख निरंजन पाल, भारत भूषण पाल, डॉ मनोरंजन माल, डॉ विजय पाल, डॉ विवेक पाल, डॉ महेश पाल, डॉ अजय पाल, राम प्रकाश भगत, अरुण कुमार, जनार्दन पाल, बद्री प्रसाद पाल, पंकज कुमार पाल, उमेश पाल, महेंद्र पाल, सुरेंद्र पाल, डॉ. कमलेश राजपाल, डॉ. राकेश पाल, शिवशंकर पाल, शिवनारायण पाल सहित सैकड़ों गणमान्य लोगों ने भाग लिया तथा पाल समाज के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक सशक्तिकरण तथा वैज्ञानिक समझ के साथ समाज के मुख्य धारा में शामिल होने का संकल्प लिया।