नीतीश को झटका दे राजद में शामिल हुए मंगनीलाल मंडल, कहा- जदयू अब वह पार्टी नहीं रही

PATNA (MR) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू को झटका देते हुए मंगनीलाल मंडल ने राजद सुप्रीमो लालू यादव का दामन थाम लिया है। वे पाला बदलते हुए राजद में शामिल हो गये। राजद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के ठीक एक दिन पहले उन्हें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलायी।

राजद मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद मंगनीलाल मंडल ने कहा कि जदयू में आंतरिक लोकतंत्र की कमी है। पार्टी का संचालन कुछ ही लोगों तक सीमित होकर रह गया है। उन्होंने यह भी कहा कि जदयू वह पार्टी नहीं रही, जिसका दावा नीतीश कुमार करते हैं। जनता ठगा महसूस कर रही है। वोट का राज छोट का राज होता है। लालू की सरकार जनता की चुनी हुई सरकार थी। उस शासन-काल को जंगल-राज बताने का स्पष्ट आशय है कि गरीब-वंचित व हाशिये के लोग जंगली हैं! जाति आधारित गणना का लाभ नहीं मिल रहा। नौकरी देने की शुरुआत तेजस्वी ने की और श्रेय कोई दूसरा ले रहा।

जातीय गणना और आरक्षण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार में जातीय गणना हुई और आरक्षण का दायरा 65% तक बढ़ाया गया, लेकिन कोर्ट ने इसे रद्द कर दिया। नीतीश कुमार ने इसे संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल क्यों नहीं कराया? उन्होंने यह भी कहा कि राजद में आना अपने पुराने घर लौटने जैसा है और लालू यादव मेरे पुराने नेता हैं। मुझे जेडीयू में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया, लेकिन कोई काम नहीं दिया गया। इसके पहले उन्होंने झंझारपुर में कहा कि मैं लगातार वहां अपमानित हो रहा था। वर्ष 2013 में लालू जी की गिरफ्तारी के समय जब उनसे मिलने गया तो जदयू से निष्काषित कर दिया था। 2019 में दूसरी बार जदयू में उन्हें लाया गया।

उन्होंने कहा कि ललन सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष बने तो मुझे इकलौता उपाध्यक्ष बनाया गया, लेकिन लोकसभा चुनाव के समय झंझारपुर लोकसभा से उम्मीदवारी पर उन्हें विजय चौधरी से मिलने को कहा गया। विधानसभा चुनाव में जदयू समर्थित सभी उम्मीदवारों के लिए संपर्क किया लेकिन कभी सम्मान नहीं मिला। पूर्व मंत्री मंगनी लाल मंडल का स्वागत करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके अनुभव से पार्टी को मजबूती मिलेगी और युवाओं को प्रेरणा।