NALANDA (MR) : यदि मन में ठान लें तो सफलता कभी धोखा नहीं देती। यही वजह है कि ऐतिहासिक धरती नालंदा के गली-मुहल्ले से निकलकर आज बेटी सोनाली कुमारी ने अपने पिता का नाम रोशन किया। एक तो कोरोना का माहौल, ऊपर से घर की माली हालत बदतर, इसके बाद भी सोनाली ने समस्याओं को अपनी राह की बाधा नहीं बनने दिया।
इंटर साइंस में बिहार टॉपर बनीं सोनाली की कहानी काफी प्रेरणादायक है। सोनाली के पिता चुन्नू लाल बिहारशरीफ शहर के रामचन्द्र बस स्टैंड में ठेला पर झिल्ली (एक तरह की मिठाई) बेचते हैं। उसे ग्रामीण बोल-चाल में गुड़झिलिया भी बोला जाता है। कहीं-कहीं उसे लोग मिट्ठा भी कहते हैं। उनके माता-पिता बेटी की कामयाबी से काफी खुश हैं।
सोनाली की सफलता में उनकी अपनी मेहनत का काफी अहम रोल है। घर की माली हालत की वजह से वे कभी कोचिंग नहीं गयी। ट्यूशन भी नहीं पढ़ी। सेल्फ स्टडी और घर में बड़ी बहन की गाइडलाइन ने उन्हें इतनी बड़ी सफलता दिला दी। उनकी बड़ी बहन सुरभि कुमारी नालंदा कॉलेज में बीएससी पार्ट वन की छात्रा है।
सोनाली ने इंटर परीक्षा 2021 में 471 अंक यानी 94.2 परसेंट अंक लाकर पूरे बिहार में नालंदा का नाम रोशन किया। ये अब यूपीएससी की तैयारी करेगी। वह आइएएस बनना चाहती हैं। सोनाली मैट्रिक परीक्षा में अपने जिले में चौथे स्थान पर रही थी। सोनाली की मानें तो उन्होंने कक्षा वन से लेकर मैट्रिक तक स्कूल और घर में पढ़ाई की है।