25 सितंबर को पर्दे पर उतरेगी ‘बिसाही’, बिहार से उठी अंधविश्वास के खिलाफ आवाज

  • निर्देशक अभिनव ठाकुर ने 3 साल की रिसर्च के बाद बनायी फिल्म बिसाही
  • बिहार ही नहीं, पूरे देश में फैला है डायन का अंधविश्वास
  • फिल्म के जरिए लोगों को सही राह पर लाने की सार्थक कोशिश
  • मुख्य भूमिका में रवि साहू ने किया है काफी इमोशनल रोल

PATNA (RAJESH THAKUR) : यह दुर्भाग्य है कि शिक्षा के क्षेत्र में हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन समाज आज भी अंधविश्वास की बेड़ी में जकड़ा हुआ है। आज भी डायन-बिसाही के नाम पर निरीह महिलाओं की हत्या हो रही है। अपनों के ही खून से हाथ ‘लाल’ हो रहे हैं। बिहार का पूर्णिया ज्वलंत उदाहरण है, जहां एक ही परिवार के 5 लोगों को डायन के नाम पर जिंदा जला दिया। सबों की मौत हो गयी। इसी अंधविश्वास को जड़ से खत्म करने के लिए बिहार के अभिनव ठाकुर ने बीड़ा उठाया है। उन्होंने ‘बिसाही’ फिल्म बनाकर समाज को जागरूक करने की सार्थक कोशिश की है। इस फिल्म का ट्रेलर 12 सितंबर को लांच किया है, जबकि 25 सितंबर को फिल्म रिलीज होगी।

काफी रिसर्च के बाद बनी है फिल्म : बेगूसराय के गांव बखरी से निकलकर मायानगरी मुंबई में कदम जमाने वाले अभिनव ठाकुर ने ‘बिसाही’ फिल्म के जरिए उन महिलाओं की व्यथा को पर्दे पर उतारा है, जिन्हें अंधविश्वास के नाम पर प्रताड़ित किया जाता है। वे बताते हैं कि उन्होंने फिल्म के लिए गहन शोध किया और पाया कि यह कुप्रथा-अंधविश्वास केवल बिहार में ही नहीं है, बल्कि अन्य प्रदेशों झारखंड, ओडिशा, गुजरात, राजस्थान आदि में भी फैला हुआ है। वे बताते हैं कि इस फिल्म के लिए उन्होंने तीन वर्षों तक इस पर रिसर्च किया। इस प्रथा को आदिवासियों और निचले तबकों में ज्यादा देखा जाता है और इसके पीछे अशिक्षा व अंधविश्वास बड़ा कारण है।

मुख्य भूमिका में रवि साहू : फिल्म बिसाही में रवि साहू मुख्य भूमिका में हैं। इसके पहले वे वेब सीरिज ‘ठुकरा के मेरा प्यार’ में अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत चुके हैं। ‘बिसाही’ में उनका किरदार पूरी तरह इमोशनल है। रवि के अलावा राम सुजान सिंह, पूजा अग्रवाल, इंदु प्रसाद, चाहना पटेल, हार्दिक सोलंकी, पूजा रावल आदि ने भी अपने अभिनय से फिल्म को सशक्त बनाया है। इन कलाकारों ने डायन प्रथा जैसी संवेदनशील विषय वस्तु को पर्दे पर जीवंत करने के लिए कड़ी मेहनत की है। बिसाही की शूटिंग गुजरात, मुंबई और राजस्थान में हुई है। फिल्म का अवधि 1 घंटा 45 मिनट है।

द लिपिस्टिक बॉय भी रही चर्चित फिल्म : बिसाही अभिनव ठाकुर की पहली फिल्म नहीं है। इसके पहले वे सामाजिक मुद्दे पर ‘द लिपिस्टिक बॉय’ बनाये हैं। उसमें अमिताभ बच्चन ने अपनी आवाज दी थी। फिल्म ‘द लिपिस्टिक बॉय’ बिहार के प्रसिद्ध ‘लौंडा नाच’ पर आधारित थी। हालांकि, उन्होंने 2019 में ‘ये सुहागरात इंपॉसिबल’ बनायी थी। लेकिन उन्हें नेम-फेम ‘द लिपिस्टिक बॉय’ से मिला। इस फिल्म के लिए अभिनव को 2023 में बिहार सरकार द्वारा सम्मानित किया गया था।