नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान : बिहार से सात समंदर पार तक सीधी उड़ान, करें दुनिया की सैर

PATNA (RAJESH THAKUR) : बिहार में नीतीश सरकार का आज बड़ा ऐलान हुआ है। अब यहां के लोग दुनियाभर के लिए सीधे उड़ान भर सकते हैं। इंटरनेशनल उड़ान के लिए दिल्ली या कोलकाता अथवा किसी और शहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। फिलहाल बिहार से दुनिया तक सीधी उड़ान के तहत 5 इंटरनेशनल रूट्स पर स्वीकृति मिली है। उम्मीद की जा रही है कि इस लिस्ट में जल्द ही और भी देशों के नाम जुड़ेंगे। इसके तहत बिहार के पटना और गया हवाई अड्डे से सीधे काठमांडू, सिंगापुर, बैंकॉक, शारजाह व काठमांडू के लिए उड़ान भर सकते हैं। बिहार में पहली बार इंटरनेशनल फ्लाइट्स को मिलेगा VGF सपोर्ट। इससे यहां के पर्यटन और व्यापार को भी विस्तार मिलेगा। इतना ही नहीं, इससे बिहार इंटरनेशनल मैप पर छा जाएगा। अपना बिहार इंटरनेशनल लेवल पर पूरब, पश्चिम, उत्‍तर और दक्षिण से जुड़ जाएगा।

दरअसल, बिहार सरकार की ओर बिहार को इंटरनेशनल एयर कनेक्टिविटी को मजबूत करने का बड़ा प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत VGF राशि की घोषणा की गयी है। यह VGF इसलिए दी जा रही है, ताकि बिहार से उड़ान भरने वाली इंटरनेशनल फ्लाइट को प्रोत्‍सा‍हन दिया जा सके। मंत्रिमंडल सचिवालय के अपर मुख्‍य सचिवएस सिद्धार्थ ने बताया कि हमारी कोशिश बिहार को चारों दिशाओं में इंटरनेशनल कनेक्टिविटी से जोड़ने की है। यह जानकारी उन्होंने आज कैबिनेट की ब्रीफिंग के दौरान दी। उन्होंने बताया कि इंटरनेशलन एयरलाइंस सेवा शुरू करने के लिए सरकार की ओर से महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। सरकार की ओर से देश के सभी एयरलाइंस कंपनियों के बिड आमंत्रित करने के लिए पत्र भेज दिया गया है। उन्‍होंने कहा कि यह पूरी प्रक्रिया निविदा के माध्‍यम से पूरी की जाएगी।

उन्‍होंने इस बात पर उत्‍साह जताया कि बिहार सरकार चारों दिशाओं के लिए नए इंटरनेशनल रूट्स पर एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने की नीति को मंजूरी मिली है। इसके जरिये बिहार उत्तर में नेपाल, दक्षिण में कोलंबो, पूरब में सिंगापुर और पश्चिम में शारजाह से सीधे कनेक्‍ट हो जाएगा। उन्होंने बताया कि पटना के जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई और गया अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की भौगोलिक स्थिति बिहार को अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल और ट्रेड का बड़ा केंद्र बना सकती है। अब हमें इंतजार है कि एयरलाइंस कंपनियां इन आकर्षक रूट्स पर कब से उड़ान भरना शुरू करती हैं।

छोटे प्‍लेन को यह सुविधा नहीं : सिद्धार्थ
इस नीति के तहत एयरलाइंस कंपनियों को व्यवहार्यता अंतर निधि (VGF) से वित्तीय सहायता दी जाएगी, ताकि वे नयी अंतर्राष्‍ट्रीय उड़ानें शुरू कर सकें। अंतरराष्‍ट्रीय उड़ानों के लिए वीजीएफ उन हवाई जहाजों के लिए होगी जिनकी सिटिंग कैपेसिटी (यात्रियों के बैठने की क्षमता) कम से कम 150 होगी। इसमें छोटे प्‍लेन को सुविधा नहीं मिलेगी। बिहार सरकार का मानना है कि इस कदम से बिहार की राष्ट्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय लॉजिस्टिक्स नेटवर्क में हिस्सेदारी बढ़ेगी। इसके अलावा पर्यटन और उद्योग दोनों क्षेत्र को मजबूती मिलेगी। नए अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई मार्ग तैयार होने से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और बिहार राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों के लिए और सुलभ बनेगा।

किन रूट पर कितनी फंडिंग
पटना–काठमांडू : 5 लाख रुपये प्रति राउंड ट्रिप
गया–शारजाह : 10 लाख रुपये प्रति राउंड ट्रिप
गया–बैंकॉक : 10 लाख रुपये प्रति राउंड ट्रिप
गया–कोलंबो : 10 लाख रुपये प्रति राउंड ट्रिप
गया–सिंगापुर : 10 लाख रुपये प्रति राउंड ट्रिप