PATNA (SMR) : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दो साल हो गए। 17 वीं विधानसभा में 243 में से करीब 100 विधायक पहली बार निर्वाचित हुए थे। उनमें से कुछ विधायकों से बिहार पॉलिटिक्स पर पैनी नजर बनाए रखने वाले वीरेंद्र यादव ने बात की है। उनके दो वर्ष के अनुभव और अनुभूति को नजदीक से जाना। यहां हम उनके सौजन्य से ‘सियासी गलियारे से’ की सीरीज में प्रकाशित कर रहे हैं… पेश है 19 वीं कड़ी :
समस्तीपुर जिले के मोरवा से राजद के विधायक हैं रणविजय साहू। पहली बार निर्वाचित हुए हैं। वे कहते हैं कि विधायक के रूप में पार्टी, क्षेत्र और संगठन के लिए लगातार काम करते रहे हैं। पिछले 24 वर्षों से पार्टी के साथ मिलकर संघर्ष कर रहे थे। साहू समाज के अध्यक्ष के रूप में सामाजिक जिम्मेवारियों का निर्वाह कर रहे थे। इस कारण पार्टी ने हमारी मेहनत का सम्मान करते हुए टिकट दिया और जनता ने विधान सभा पहुंचाकर बड़ी जिम्मेवारी सौंपी है।
वे कहते हैं विधायक के रूप में विधान सभा में सवाल उठाकर कई समस्याओं का समाधान किया है। पटौरी में निबंधन कार्यालय शुरू हुआ। इसके साथ ही ताजुपर और पटौरी को नगर परिषद का दर्जा मिला। उनका विधान सभा नून नदी से घिरा हुआ है।
वे कहते हैं कि गुनाईवसी से कोठिया तक बांध बनाकर जननायक कर्पूरी ठाकुर के सपनों को साकार करना चाहते हैं। 13 किलो मीटर लंबे इस बांध के बन जाने से कई गांवों को बाढ़ से सुरक्षा मिलेगी और आवागमन भी आसान हो जायेगा।
रणविजय साहू कहते हैं कि आपदा राहत कोष, मुख्यमंत्री चिकित्सा अनुदान जैसी योजनाओं का लाभ आमलोगों को दिलवाया। इसका लाभ हृदय, किडनी और कैंसर जैसी गंभीर बीमारी पीडि़त लोगों को लाभ मिला। वे कहते हैं कि विधायक के रूप में जनसरोकार के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं।