PATNA (MR) : बिहार के उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री ने सोमवार 17 फरवरी को कहा कि बैंकिंग सुविधाओं के विस्तार के लिए सरकार हरसंभव सहायता के लिए तैयार है। बिहार की इकोनॉमी को गतिशील बनाने में बैंकों ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। उन्होंने कहा कि बैंक भी जनता के हित में मुस्तैदी से कार्य करें। इसके लिए भी सरकार बैंकों को हरसंभव मदद करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के गांवों में लोन बांटने के लिए बैंक की ओर से शिविर लगाए जायेंगे। बैंक कृषि के अतिरिक्त सहकारिता, पशुपालन और सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के विकास के लिए लोन देने की गति बढ़ाने में सहयोग करेंगे। चालू वित्तीय वर्ष की समाप्ति में करीब 45 दिन शेष रह गए हैं। बैंकों द्वारा लोन वितरण से राज्य में साख-जमा अनुपात (सीडी रेसियों) में बढ़ोतरी होगी और बिहार के विकास में बैंकों की प्रमुख भागीदारी होगी।

श्री चौधरी पटना के ताज सिटी सेंटर में आयोजित राज्यस्तरीय बैंकर्स समिति (SLBC) की बैठक को संबोधित कर रहे थे। SLBC की यह 90 वीं, 91 वीं तथा 92 वीं संयुक्त त्रैमासिक बैठक थी। बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बैंकों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने बैंकों द्वारा राज्य के जमा शाख अनुपात में वृद्धि और एसीपी के 100 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में कार्य करने का सहयोग मांगा। उन्होंने आने वाले कृषि प्रक्षेत्र में नए-नए अवसरों पर तथा के.सी.सी. सहित अन्य सरकार प्रायोजित ऋण योजनाओं के अंतर्गत अधिक से अधिक लोगों को कवर करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बिहार बदल रहा है, इसमें बैंकों की भी अहम भूमिका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बैंकों के सहयोग से बिहार में बदलाव आया है। हाल ही में 1.81 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। बिहार में पांच ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, छोटे-छोटे एयरपोर्ट, चार एक्सप्रेस-वे का विकास किया जा रहा है, वहीं 25 मेडिकल कॉलेज अस्पताल की स्थापना की जा रही है।
बैठक में उपस्थित सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार और पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु देवी ने भी अपने-अपने विभागों से संबंधित उन योजनाओं की समीक्षा की, जो बैंकों द्वारा चलायी जा रही है। दोनों मंत्रियों ने योजनाओं में की उपलब्धि बढ़ाने का निर्देश दिया। बैठक की शुरुआत में भारतीय स्टेट बैंक के उप प्रबंध निदेशक शिव ओम दीक्षित ने वर्ष 2024-25 में राज्य में कार्यरत बैंकों द्वारा वित्तीय क्षेत्र में किए गए कार्यों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बैंकों के विस्तार की दिशा में महत्वपूर्ण 6 बिंदुओं पर सभी का ध्यान आकृष्ट किया। इसमें 100 प्रतिशत एसीपी लक्ष्य प्राप्ति, सी.डी. अनुपात, कृषि तथा कृषि एवं संबद्ध योजनाएं, कृषि भंडारण, सरकारी प्रायोजित योजनाओं में निजी क्षेत्र के बैंकों को सहभागिता बढ़ाने तथा आर. बी. आई एवं नाबार्ड के सहयोग से राज्य के समुचित वित्तीय विकास पर जोर शामिल हैं। वार्षिक साख योजना 2024-25 के अंतर्गत निर्धारित लक्ष्य की 100 प्रतिशत उपलब्धि मार्च तिमाही तक निश्चित तौर पर हासिल करने की भी बात कही। NPA और सर्टिफिकेट डिजिटाइजेशन सहित अन्य मुद्दों पर भी बात हुई। बिहार सरकार की ओर से मिल रहे सहयोग की समीक्षा की।

SLBC की इस बैठक को मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा तथा वित्त विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने भी संबोधित किया तथा विभिन्न लक्ष्यों के सापेक्ष उपलब्धियों की समीक्षा की। RBI के क्षेत्रीय निदेशक सुजीत कुमार अरविंद तथा नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक विनय कुमार सिन्हा ने भी बैठक को संबोधित किया। अंत में SBI पटना के मुख्य महाप्रबंधक केवी बंगारराजू ने धन्यवाद ज्ञापन किया। मंच संचालन सहायक महाप्रबंधक कुमार रणजीत कर रहे थे। इस बैठक में राज्य में कार्यरत सभी बैंकों के साथ सरकार के विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा वी. सी. के माध्यम से जिला प्रसासन तथा जिलों के अग्रणी जिला प्रबंधक जुड़े हुए थे।
