PATNA (mukhiyajeebihar@gmail.com) : बिहार के तमाम मुखियाओं ने आर्म लाइसेंस देने समेत 19 सूत्री मांगों को लेकर पटना में जोरदार प्रदर्शन किया। प्रथम चरण में मुखिया संघ ने सरकारी कामों को बाधित कर जिला स्तर से लेकर प्रखंड स्तर पर प्रदर्शन किया। संघ का कहना है कि सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं कर रही है।
इसी को लेकर मुखिया संघ के आह्वान पर 10 अक्टूबर को पटना के गर्दनीबाग विशाल प्रदर्शन किया गया तथा प्रतिबंधित क्षेत्र में मुखिया व उनके समर्थक पहुंच गये। सरकारी कार्यों में बाधा पहुंचाने को लेकर सरकार की ओर से मुखिया संघ के अध्यक्ष व चार पदाधिकारियों समेत 1000 से अधिक मुखिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

दरअसल, बिहार प्रदेश मुखिया संघ के आह्वान पर मंगलवार को महाधरना का आयोजन किया गया था। इसमें राज्य के लगभग सभी मुखिया पहुंचे और उन्होंने बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मुखिया संघ के अध्यक्ष मिथिलेश राय ने बताया कि पहले चरण में प्रखंड स्तर से जिला स्तर पर तमाम मुखिया और वार्ड सदस्यों के द्वारा प्रदर्शन किया गया है, लेकिन सरकार के तरफ से कोई बातचीत नहीं की गई है। तब जाकर दूसरे चरण में हमलोगों ने बाध्य होकर महाधरना किया।
उन्होंने बताया कि पटना में आयोजित इस महाधरना और राजभवन मार्च में 50 हजार से अधिक प्रतिनिधि और आम नागरिक शामिल हुए। यह आंदोलन सभी के सहयोग से काफी सफल रहा। ग्राम पंचायतों के अधिकारों में की जा रही कटौती के खिलाफ़ हमारा आंदोलन जारी रहेगा। सफलता के लिए सभी को दिल से आभार। उधर, प्रतिबंधित क्षेत्र में हंगामा किए जाने को लेकर गर्दनीबाग थाने में देर शाम बिहार राज्य मुखिया संघ के प्रदेश अध्यक्ष एंव संघ के चार पदाधिकारी सहित एक हजार अज्ञात के खिलाफ मजिस्ट्रेट ने मामला दर्ज कराया है।

उन पर सरकारी कार्य में बाधा डालने एवं सरकारी कर्मचारी से धक्का-मुक्की करते हुए प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध रूप से प्रवेश करने का आरोप लगा है। आरोप में यह भी कहा गया है कि मंगलवार को मुखियाओं को गर्दनीबाग में धरना देने की अनुमित थी, लेकिन धरनास्थल से वे सब अचानक हंगामा करते हुए गेट को जबरन तोड़ने का प्रयास करने लगे और झुंड बना कर प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश कर राजभवन मार्च के लिए निकल गए। मौके पर मौजूद अधिकारियों और पुलिस ने इनको रोकने का प्रयास किया, मगर वे सब नहीं माने और पुलिस एवं अधिकारियों के साथ धक्का-मुक्की करते हुए प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश कर गए। किसी प्रकार इनको पुलिस ने रोका।
इसके बाद मौके पर तैनात मजिस्ट्रेट शशि भूषण कुमार ने मुखिया संघ के प्रदेश अध्यक्ष मिथिलेश राय, उपाध्यक्ष मोहम्मद अहसन, दिनेश राय, विजेन्द्र कुमार, रमाशंकर को नामजद करते हुए एक हजार अज्ञात मुखिया के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने, सरकारी अधिकारी और पुलिस कर्मी के साथ धक्का-मुक्की करने की प्राथमिकी दर्ज कराई है। थानाध्यक्ष गर्दनीबाग रंजीत कुमार रजक के अनुसार मजिस्ट्रेट द्वारा दिये गये आवेदन के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। नामजदों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।




