Rajesh Thakur l Patna : स्मार्ट सिटी की ओर पटना बढ़ रहा है। अब तो यहां मेट्रो भी शुरू हो रहा है। लेकिन देख लीजिए यहां के प्रशासनिक सिस्टम की हालत किस कदर बिगड़ी हुई। ठेकेदार सड़क किनारे ‘मौत का कुआँ’ बनाकर छोड़ दे रहा है और इसका खामियाजा आमलोग भुगत रहा है। कल जिस तरह हादसा हुआ, उसकी तस्वीर देख कर आप कांप जाएंगे। यह तो गनीमत थी कि लोग बच गए। कहिये कि उनलोगों की किस्मत अच्छी थी, वरना कुछ भी अनहोनी हो सकती थी। जब हादसा हुआ तो ठेकेदार ने ‘काफी फुर्ती’ से गड्ढे को भर दिया। यही काम पहले किये होते तो इस तरह का हादसा नहीं होता। पता नहीं जिले के बड़े अफसरों ने हादसे की इस ‘भयावह तस्वीर* को देखा या नहीं…?

‘पटना में पिछले 25-30 सालों से विधायक-सांसद यहां तक कि 15 सालों से मेयर भी भाजपा का है। लेकिन शहर की दुर्दशा देखिए। कल जब एक स्कॉर्पियो नाले के लिए खोदे गए गड्ढे में समायी तो वह स्कॉर्पियो भी भाजपा नेता का ही निकला। इस गाड़ी में सवार लोग भी भाजपा के राज्य के शीर्ष नेताओं से मिलकर आ रहे थे! वे सब बेचारे भागलपुर के थे और बाल-बाल बचे।’ – रविशंकर उपाध्याय, पत्रकार
दरअसल, राजधानी पटना में शुक्रवार को भारी बारिश के बीच बड़ा हादसा तो हुआ, लेकिन अनहोनी टल गयी। GPO के निकट बने मल्टी मॉडल हब के नजदीक सड़क पर ड्रेनेज के नाम पर गहरा गड्ढा खोद कर छोड़ दिया गया था। बारिश की वजह से गड्ढा पानी से लबालब भर गया। इसी गड्ढे में एक स्कॉर्पियो अचानक से पलट गयी। हादसे के समय गाड़ी में चालक समेत कई लोग मौजूद थे, जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला गया। स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह गड्ढा लंबे समय से खुला पड़ा था और इस बारे में पहले भी आशंका जतायी जा चुकी थी कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

‘मल्टी मॉडल हब के नजदीक पूरी स्कॉर्पियो जमीन के अंदर समा गयी। ये तब हुआ, जब भारी बारिश की वजह से सड़क पर जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। चालक समेत स्कॉर्पियो में बैठे लोगों को किसी तरह से स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाला गया। गड्ढा किस योजना के तहत खोदी जा रही थी, आखिर इस घटना के लिए जिम्मेदार कौन है?’ – धीरज शर्मा, पत्रकार
पत्रकार हेमंत कुमार लिखते हैं- ‘हाल में इधर से गुजरते हुए सोच रहा था, इस गड्ढे में कोई सवारी या पैदल यात्री गिर सकता है। जो आशंका थी, वही हुआ। इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही कंपनी पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।’ दूसरी ओर, पत्रकार कमलाकांत पांडेय ने भी इस हादसे पर गंभीर चिंता जतायी है। बहरहाल, गाड़ी के धंसते ही अनहोनी की आशंका से लोग काँप उठे। स्थानीय लोग बचाने के लिए दौड़ पड़े। चालक सहित सभी सवारों को बाहर निकाला गया। बताया जाता है कि वे लोग भागलपुर से आये थे। इस हादसे को लेकर स्थानीय लोग काफी गुस्से में आ गए। जिला प्रशासन से लेकर मेयर तक पर लोगों ने गुस्सा निकाला। लोगों का एक ही सवाल था कि इस गड्ढे को आखिर क्यों मौत का कुआँ बनाकर छोड़ दिया गया था। पटना के कई वरीय पत्रकारों से तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार कौन है और क्या कार्रवाई होगी।
