LONDON (MR) : स्पेन के 20 वर्षीय टेनिस खिलाड़ी कार्लोस अल्कारेज ने विंबलडन के मेंस सिंगल्स के फाइनल में रविवार को 23 बार के ग्रैंडस्लैम चैंपियन नोवाक जोकोविच को हरा दिया। अल्कारेज ने 5 सेट में 1-6, 7-6, 6-1, 3-6, 6-4 से मैच जीता। फाइनल मुकाबला 4 घंटे, 42 मिनट तक चला। विंबलडन 2023 का फाइनल मुकाबला लंदन के ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस क्लब के सेंटर कोर्ट पर खेला गया। अल्कारेज का टूर्नामेंट में 12वां मैच था, जबकि जोकोविच 7 बार विम्बलडन जीत चुके हैं।
अल्कारेज ने पहली बार विंबलडन और दूसरी बार ग्रैंड स्लैम खिताब जीता है। इससे पहले उन्होंने पिछले साल US ओपन का खिताब जीता था। इस जीत के साथ अलकराज ने जोकोविच की लगातार 34वीं जीत के सिलसिले को खत्म कर दिया।
इधर, इस जीत पर देश के वरीय पत्रकार नरेंद्र नाथ मिश्रा अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखते हैं- ‘विंबलडन का फाइनल दो पीढ़ी के बीच का बेमिसाल मुकाबला बन गया था। विरासत एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी ट्रांसफ़र होनी थी। इसमें एक महान पीढ़ी से बैट लेने का टाइम आ गया। शानदार ऐतिहासिक मैच में अल्कराज जीते। जिस महान पीढ़ी में तीन खिलाड़ियों ने पिछले डेढ़ दशक में टेनिस की दुनिया में एकतरफा राज किया,उसके अस्त होने और नये सितारे के उभरने जा गवाह यह मैच बना।
अल्कराज नयी पीढ़ी के चेहरे बनेंगे। फिर कल कोई आएगा और अल्कराज भी अपनी अगली पीढ़ी के सामने समर्पण कर निकल जाए। यह निरंतर प्रक्रिया है, जीवन की तरह। पीढ़ी दर पीढ़ी हमारे नायक का चेहरा भी बदलता रहता है। हमने आंद्रे अगासी से लेकर फ़ेडरर तक की जीत के लिये कितनी दुआएँ की, अगली पीढ़ी किसी अल्कराज में अपना नायक खोज लेगी।’
वे अंत में फिल्मी गीत लिखते हैं – ‘कल और आएंगे नग़मों की खिलती कलियाँ चुनने वाले। मुझसे बेहतर कहने वाले, तुमसे बेहतर सुनने वाले। कल कोई मुझ को याद करे, क्यों कोई मुझ को याद करे। मसरुफ जमाना मेरे लिए, क्यों वक्त अपना बरबाद करे।’