पटना। बिहार में जल-जीवन-हरियाली मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। लॉकडाउन के पहले इसे लेकर पूरे बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यात्रा निकाल कर गांव-गांव में लोगों को जगाया था। विधायक से लेकर पंचायत प्रतिनिधि तक को पौधारोपण से लेकर पेड़ों की रक्षा तक की जिम्मेवारी सौंपी है। इसका बेहतर रिजल्ट भी अब आने लगा है। वित्तीय वर्ष 2019-20 की ड्राफ्ट रैंकिंग में समस्तीपुर जिला टॉप टेन में सबसे ऊपर है। 10वें पायदान पर बांका है, जबकि पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, दरभंगा आदि महत्वूपर्ण जिले इस लिस्ट में शामिल नहीं हैं।
जल-जीवन-हरियाली अभियान की ड्राफ्ट रैकिंग जारी हो गई है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में इस अभियान मेंं काम करने वाले जिलों को अलग-अलग मापदंडों के आधार पर टॉप टेन की लिस्ट में शामिल किया गया है। विभागीय अधिकारी की मानें तो ड्राफ्ट रैंकिंग के लिए अलग-अलग दस मापदंड बनाए गए थे। इसके आधार पर लॉकडाउन के जस्ट पहले मार्च, 20 में यह ड्राफ्ट रैकिंग जारी की गई है। बता दें कि बिहार में 23 मार्च से लॉकडाउन लगा हुआ है।
ड्राफ्ट रैंकिंग में समस्तीपुर जिला टॉप पर है। इस जिले को 50.901 प्रतिशत अंक दिए गए हैं। मामूली अंतर से पिछड़ते हुए गया दूसरे नंबर पर है। गया को 49.832 प्रतिशत अंक दिए गए हैं। इसी तरह, वैशाली, किशनगंज और कैमूर क्रमश: तीसरे, चौथे और पांचवें नंबर पर हैं। बता दें कि बिहार में जल-जीवन-हरियाली से जुड़ी सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में बिहार सरकार के 12 विभाग लगे हुए हैं। इसमें वन एवं पर्यावरण, कृषि, शिक्षा, ग्रामीण विकास, मनरेगा, भूमि संरक्षण, पीएचईडी, भवन, सिंचाई, जल संसाधन, लघु सिंचाई आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं। ये सारे विभाग हरियाली योजनाओं को कॉर्डिनेट कर आगे बढ़ा रहे हैं।
टॉप टेन की लिस्ट में शामिल जिले
समस्तीपुर – 50.901
गया – 49.832
वैशाली – 46.505
किशनगंज – 46.398
कैमूर – 45.101
शेखपुरा – 44.807
जहानाबाद – 44.357
नालंदा – 41.788
औरंगाबाद – 42.691
बांका – 41.248